आजादी के 76 वर्ष बाद भी नहीं पहुंचा बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी में विकास
श्मशान में अर्थी को कांधा पर नहीं ट्रैक्टर ट्राली से ले जाने को मजबूर हुए परिजन
भोपाल
राजधानी भोपाल मुख्यमंत्री निवास से मात्र 15 से 20 किलोमीटर की दूरी एवं भोपाल स्टेशन से मात्र 11 किलोमीटर की दूरी और बैरसिया भोपाल राजमार्ग के ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी से मात्र 2 से 3 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम मस्तीपुरा में दुखद निधन पर शोकाकुल परिवार को अंतिम संस्कार करने जाने के लिए ट्रैक्टर ट्राली का सहारा लेना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत ईंटखेड़ी के ग्राम मस्तीपुरा और भैरोपुरा वासियों के श्मशान घाट पहुंचने के लिए रास्ता ही नहीं है। ऐसे में बारिश के साथ साथ अन्य दिनों में भी श्मशान घाट नहीं पहुंचा जा सकता है।
ग्रामवासियों ने बताया कि इस ग्राम का पहुंच मार्ग का निर्माण करवाने के लिए वर्षों से मांग की जाती रही है। लेकिन ग्राम वासियों को सुदुर सड़क (ग्रेवल) योजना का लाभ मिला है लेकिन उक्त निर्माण कार्य आज दिनांक तक शुरू नहीं हो पाया है।
दुखद निधन पर आई समस्या सामने
इस मौके पर ग्राम मस्तीपुरा के चेतराम मीणा ने बताया कि ग्राम वासियों को अर्थी ले जाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन होता है। हमारे परिवार की बहु का आकस्मिक निधन हो गया है जिसके लिए ग्राम वासियों एवं दूरदराज से आए रिश्तेदारों को ट्रैक्टर ट्राली में लेकर जाना पड़ा है।
इस मौके पर उपस्थित रामस्वरुप मीणा, नाथूराम मीणा हर्षू मीणा विरेन्द्र मीणा जगदीश मीणा चेतराम मीणा आरुण मीणा पटवारी मीणा अजय मीणा विवेक मीणा नरेश मीणा मनोज मीणा गब्बार मीणा सुनील संजय धर्मेंद्र मीणा लालित मीणा सागर शुभम वीनू विक्रम विराज मीणा शिवकुमार गोविंद प्रदीप मीणा समास्त ग्राम वासियों ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि आजादी के 76 साल बाद चांद पर जाना आसान है, लेकिन मस्तीपुरा वासियों को श्मशान में शव का क्रियाकर्म करने जाना मुश्किल है।
ग्रामवासियों ने रोष व्यक्त करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में रोड़ नहीं तो वोट नहीं का नारा देते हुए कहा कि बैरसिया विधानसभा क्षेत्र में मीणा समाज के लाखों मतदाता हैं। साथ मीणा समाज मध्यप्रदेश में बहुत हैं। यदि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो वोट उसी पार्टी को दिया जाएगा जो विकास करेगा।