बीजेपी में तेज हुई निगमों-आयोगों को भरने की कवायद, नामों की स्क्रीनिंग; होड़ में जुटे नेता
लखनऊ
यूपी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले 69 जिला इकाई अध्यक्षों को बदल दिया है। जिला संगठन में इस बंपर बदलाव के बाद अब भाजपा में खाली पड़े निगम-आयोगों को भरे जाने की कवायद तेज हो गई है। आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए पार्टी अधिकाधिक कार्यकर्ताओं को विभिन्न जगहों पर समायोजित करना चाहती है। फिलहाल महिला, अनुसूचित जाति सहित अन्य आयोगों को लेकर नामों की स्क्रीनिंग का सिलिसला शुरू हो चुका है। पार्टी नेताओं ने निगम-आयोगों में जगह पाने को पेशबंदी आरंभ कर दी है। मिशन-2024 को लेकर भाजपा ने संगठन और सरकार के मोर्चे पर सक्रियता और बढ़ा दी है। जिला व महानगर अध्यक्षों में प्रदेश नेतृत्व द्वारा किए गए उम्मीद से अधिक बदलाव को लेकर पार्टीजन उत्साहित हैं।
अब क्षेत्रीय टीम में भी बदलाव होने हैं। इसके साथ ही निगम-आयोगों में भी जल्द नियुक्तियां होनी हैं। प्रदेश नेतृत्व इसकी कसरत शुरू भी कर चुका है। मगर जिलाध्यक्षों के बदलाव और घोसी उपचुनाव ने इसकी गति धीमी कर दी थी। यदि सबकुछ ठीकठाक रहा तो अक्तूबर-नवंबर तक इस काम को पूरा कर लिया जाएगा।
जिलाध्यक्ष न बनने वाले भी हुए दौड़ में शामिल
उधर, जिलाध्यक्ष की दौड़ में शामिल तमाम पार्टी नेता सफलता न मिलने से निराश हैं। इनमें से बहुतों ने अब निगम-आयोगों में जगह पाने के लिए प्रयास आरंभ कर दिए हैं। इसके लिए उन्होंने लॉबिंग भी शुरू कर दी है। संगठन के साथ ही जनप्रतिनिधियों व आरएसएस के पदाधिकारियों से सिफारिश कराई जा रही है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो कुछ नाम प्रदेश नेतृत्व के पास पहुंच चुके हैं। जबकि अभी कुछ और नाम मांगे गए हैं। राज्य महिला आयोग, राज्य अनुसूचित जाति आयोग सहित कई अन्य आयोगों में से प्रत्येक के लिए 20 से 25 नाम तय किए जाने हैं।