सीपी राधाकृष्णन बोले – ‘सनातन एक दिन की खोज नहीं यह जीवन जीने का तरीका’
रांची
देश में इन दिनों सनातन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस बीच झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने रांची में कहा कि हर चीज की अपनी सकारात्मकता और नकारात्मकता होती है। हम जो भी नकारात्मक है उसे खत्म करने की प्रक्रिया में हैं। उन्होंने कहा कि बस लोग कहीं से भी एक या दो बातें ले रहे हैं और उनके आधार पर वे कहना चाहते हैं कि यह बुरा है। जबकि ऐसा नहीं होता।
इस दौरान उन्होंने हिंदू धर्म की कुछेक खामियां गिनाते हुए कहा कि हमने उन्हें दूर कर लिया है। उन्होंने कहा कि पहले हमारे देश में महिलाओं को हिंदू धर्म के अनुसार संपत्ति का अधिकार नहीं था। महिलाओं को अपने परिवार की संपत्ति पर भी बहुत कम अधिकार मिलते थे, इसे हमने बदला।
झारखंड के राज्यपाल ने द्रमुक नेताओं को आईना दिखाते हुए यह भी कहा कि सनातन कोई एक दिन की खोज नहीं बल्कि जीवन जीने का एक तरीका है। यह हिंदू धर्म में शामिल है। यह पारंपरिक है, यह एक दिन की खोज नहीं है। सनातन धर्म के खिलाफ विवादित बयानों के लिए द्रमुक नेताओं की आलोचना करते हुए राज्यपाल ने कहा कि जो कोई राजनीतिक लाभ के लिए कुछ कहता है, हमें उसे ज्यादा महत्व देने की जरूरत नहीं है। लेकिन द्रमुक जो कर रही है वह गलत है, वे हमेशा परंपरा के खिलाफ हैं, वे हमेशा ऐसा करना चाहते हैं जिससे हमारी परंपरा को नष्ट हो।
गौरतलब है कि तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन और फिर डीएमके नेता ए राजा ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिए हैं। जहां उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से की थी। वहीं ए राजा ने कहा था भारत जातियों के नाम पर वैश्विक बीमारी का कारण है। भारत लोगों को जाति के आधार पर बांट रहा है। दूसरे देशों में रहने वाले भारतीय भी जाति के नाम पर हिंदू धर्म का प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में हिंदू धर्म न केवल भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है, बल्कि अब यह पूरी दुनिया के लिए खतरा बन गया है। ए राजा का वीडिए भाजपा नेता के अन्नामलाई ने शेयर भी किया था।