मां के अंतिम संस्कार के बाद परिवार की घिनौनी हरकत
पंजाब
कपूरथला के हलका सुलतानपुर लोधी के गांव नबीपुर में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला की मौत होने के बाद हंगामा देखने को मिला। बुजुर्ग माता के अंतिम संस्कार के बाद शमशानघाट में अस्थियां उठाते समय परिवार वालों में खूब तकरार हुई, जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। मृतक के बेटे पूर्ण सिंह ने बताया कि हम 5 भाई और एक बहन थी। 3 की मौत हो चुकी है और मेरा पहला गांव बाऊपुर था, जहां हमारी जमीन-जायदाद भी थी और अब मैं अपने भतीजों के साथ मक्खू के पास गांव सुदा में रहता हूं और मेरी माता बलबीर कौर की 6 सितम्बर को मृत्यु हो गई। जिसकी जानकारी मुझे नहीं दी गई और न ही हमारे किसी रिश्तेदार को बताया गया और बिना किसी को बताए अंतिम संस्कार कर दिया। मुझे संदेह है कि गुरिन्दर सिंह और उसके साथ मिल कर उनके पूरे परिवार ने मेरी माता बलबीर कौर के साथ मारपीट की और बाद में लाश को खुर्द-बुर्द कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ इन्होंने हमारी जमीन हथियाने के कारण किया है। उन्होंने कहा कि जब हमें यह पता चला तो 8 सितम्बर को जब गांव नबीपुर श्मशानघाट में माता की अस्थियां उठाने लगे तो हमें पता चला कि हमारी माता बलबीर कौर को परिवार ने मौत के घाट उतार दिया है, जिसके बाद हमने मौके पर पहुंच कर अस्थियां उठाने से रोका परंतु इनकी ओर से हमें अस्थियां नहीं दी गई। बल्कि इसके विपरीत हमारे साथ ही गाली-गलौच किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी ओर से इस संबंध में थाना कबीरपुर पुलिस को लिखित शिकायत दी गई। उन्होंने पुलिस प्रशास से मांग की कि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।
लगाए जा रहे आरोप झूठे और बेबुनियाद : गुरिन्दर सिंह
जब गुरिन्दर सिंह निवासी नबीपुर से सम्पर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि पूर्ण सिंह और उसके साथियों द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वह झूठे और बेबूनियाद है। उन्होंने कहा कि हमारी माता बलबीर कौर गत 15 वर्षों से हमारे साथ रह रही थी क्योंकि इनमें से कोई भी उसकी देखभाल नहीं करता था। इसके कारण वह हमारे साथ रह रही थी और उनकी आयु करीब 95 वर्ष हो गई थी। 6 सितम्बर को उनकी अचानक ही मौत हो गई, क्योंकि वह लंबे समय से बीमार भी चल रही थीं। उन्होंने कहा कि जब माता का अंतिम संस्कार किया गया तो पूरे क्षेत्र को पता था। उन्होंने कहा कि हमें तो खुद बहुत दुख है कि हमारी दादी जी मौत हो गई है।उन्होंने कहा कि यह जो पूर्ण सिंह है। यह भी पहले मेरे पास रहता था और बाद में शराब पीने लग पड़ा, जिसके कारण फिर वह रिश्तेदारी में अपने भांजों के पास चला गया। उन्होंने कहा कि माता के नाम पर तो कोई जमीन जायदाद भी नहीं है। उन्होंने कहा कि माता भी इनका मुंह नहीं देखना चाहती थी क्योंकि इन्होंने 15 वर्षों उनका हाल चाल भी नहीं पूछा है।