उत्तरप्रदेशराज्य

विनय श्रीवास्‍तव हत्‍याकांड: केंद्रीय मंत्री के घर हत्‍या के मामले में कई गुत्‍थियां उलझीं, पुलिस दो दोस्‍तों की कॉल डिटेल निकलवाई

लखनऊ

तीन फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने शक के दायरे में आये विनय के दोस्त अरुण उर्फ बंटी और सौरभ की कॉल डिटेल निकलवायी। इससे किसी संदिग्ध व्यक्ति से बातचीत का ब्योरा नहीं मिला। यह जरूर था कि बंटी की लोकेशन हत्या से कुछ सेकेण्ड पहले तक मंत्री के घर के पास ही मिली। एक सितम्बर की सुबह 407 बजे की फुटेज में भी बंटी घटनास्थल पर कार के पास खड़ा दिखा था। पुलिस ने दावा किया है कि फुटेज और विनय के घर वालों के आरोप को देखते हुये रविवार को बंटी व सौरभ से पूछताछ की जायेगी। दोनों से मोबाइल पर पुलिस लगातार सम्पर्क बनाये हुये है।

एक सितम्बर की सुबह 408 बजे विनय की विकास किशोर के घर में गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। यह हत्या विकास की लाइसेंसी पिस्टल से की गई थी। हत्या से कुछ घंटे पहले ही विनय, अंकित और अजय एयरपोर्ट तक विकास को छोड़ने गये थे। वहां से लौटने के बाद एक सितम्बर को तड़के कोई विवाद हुआ जिस पर अंकित ने विनय के माथे पर गोली मार दी थी। विनय की मौत हो गई थी। जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि ने अंकित वर्मा, शमीम और अजय को गिरफ्तार दिखा कर विनय की हत्या का पर्दाफाश करने का दावा किया था। जेसीपी ने कहा था कि विनय जुए में 12 हजार रुपये हार गया था। इस पर अंकित व अजय ने गेम बंद करा दिया था। विनय और खेलने की जिद कर रहा था। इसको लेकर दोनों में विवाद हुआ था।

हत्या से एक दिन पहले आये लोग संदिग्ध नहीं
एडीसीपी ने यह साफ कर दिया कि 31 अगस्त व इससे पहले मंत्री के घर आये जो भी लोग फुटेज में दिखे हैं, उनमें कोई संदिग्ध नहीं मिला है। इनमें जो भी लोग हैं, उनका पूरा ब्योरा पुलिस के पास है। ये लोग पुलिस का सहयोग भी कर रहे हैं। अब तक की पड़ताल में यही सामने आया है कि घटना त्वरित विवाद में ही हुई है। इसके लिये कोई साजिश नहीं की गई है। फिर भी कई बिन्दुओं पर पड़ताल चल रही है।

रिमांड की अर्जी दी जायेगी
पुलिस ने फिर दावा किया कि वकीलों की हड़ताल के कारण गिरफ्तार आरोपितों की रिमाण्ड लेने के लिये अर्जी नहीं दी जा सकी है। कोशिश रहेगी कि सोमवार को विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में अजय, अंकित व शमीम को रिमाण्ड पर लेने के लिये अर्जी दी जाये। इन तीनों का विनय के दोस्त सौरभ व बंटी से आमना-सामना कराकर कई सवाल पूछे जायेंगे।

हत्या की गुत्थी को लेकर कई सवाल अनसुलझे
हत्या के आठ दिन बाद भी पुलिस के पास कई सवालों का जवाब नहीं है। दो फुटेज भी सामने आये जिसने पुलिस की थ्योरी को गलत ठहरा दिया। विनय के घर वालों ने भी आरोप लगाया कि घटना में सौरभ व बंटी भी शामिल थे लेकिन पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया। इन दोनों ने भी घटना के दिन कहा था कि विनय ने खुदकुशी की है। जबकि अब साबित हो चुका है कि विनय की हत्या हुई थी। अगर दोनों ने उस दिन पुलिस को गुमराह किया था तो भी इनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये थी।

Pradesh 24 News
       
   

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button