भारत मंडपम के अंदर समा जाएंगे 26 फुटबॉल स्टेडियम; पढ़िए 5 रोचक फैक्ट्स
नईदिल्ली
राजधानी दिल्ली में शनिवार से जी-20 समिट की शुरुआत हो चुकी है। दुनियाभर के दिग्गज भारत पहुंच गए हैं। पूरी दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। आज और कल कई गंभीर मुद्दों पर भारत के प्रधानमंत्री और दूसरे देशों से आए राष्ट्राध्यक्ष बातचीत करेंगे। जी-20 समिट भारत मंडपम में हो रहा है। क्या आपको पता है कि भारत मंडपम का नाम कैसे पड़ा? इसे बनाने में कुल कितने खर्च आए? तो आइए जानते हैं इससे जुड़े 5 सबसे रोचक फैक्ट्स…
भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर
भारत मंडपम भारत का सबसे बड़ा कन्वेंशन सेंटर (सम्मेलन केंद्र) है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 जुलाई, 2023 को इसका उद्घाटन किया था। भारत मंडपम की दीवार पर 26 स्क्रीन बोर्ड लगाए गए हैं। इनमें भारत के पांच हजार सालों से जुड़े इतिहास की जानकारी मिलती है।
नाम कैसे पड़ा?
दरअसल, भारत मंडपम नाम भगवान बसवेश्वर के 'अनुभव मंडपम' से प्रेरित है। अनुभव मंडपम में सार्वजनिक समारोह हुआ करते थे। अपने स्पीच में पीएम मोदी ने कहा था कि अनुभव मंडपम वाद और संवाद की लोकतांत्रिक पद्धति को दर्शाता था। उन्होंने कहा था कि आज दुनिया यह मानती है कि भारत लोकतंत्र की जननी है।
अंदर समा जाएंगे 26 फुटबॉल स्टेडियम
भारत मंडपम एक तीन मंजिला इमारत है। यह पूरा कन्वेंशन सेंटर 123 एकड़ में फैला हुआ है। सभी मंजिल और सभी कमरों की एक खास पहचान है। भारत मंडपम कुल 26 फुटबॉल स्टेडियम के बराबर है। यानी इसके अंदर 26 स्टेडियम समा जाएंगे।
5000 गाड़ियों की पार्किंग
राजधानी दिल्ली में बने भारत के सबसे बड़े कन्वेंशन सेंटर भारत मंडपम में हर एक सुविधा का खास इंतजाम किया गया है। पहली मंजिल में कुल 18 कमरे हैं। इसके अलावा एक वीआईपी लॉन्ज भी है। इन कमरों का इस्तेमाल कॉन्फ्रेंस के लिए किया जाएगा। वहीं दूसरी मंजिल पर दो बड़े हाल बने हैं। इस फ्लोर पर एक समिट रूम के अलावा एक लॉन्ज एरिया भी बनाया गया है। तीसरी मंजिल पर एक भव्य हॉल बनाया गया है। इसमें सात हजार लोग एक साथ बैठ सकते हैं। वहीं यहां आने वाले लोगों के लिए पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। यहां एक साथ 5000 गाड़ियां पार्क हो सकती है।
दिल्ली की खिड़की
भारत मंडपम को संजय सिंह नाम के एक आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया है। उन्होंने बताया कि इसे दिल्ली की खिड़की के रूप में बनाया गया है। बता दें कि भारत मंडपम को बनाने में कुल 2700 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं।