आम आदमी को मिली राहत! LPG और सब्जियों ने कम किया महंगाई का बोझ
नई दिल्ली
सब्जियों के दाम काबू आने से शाकाहारी थाली की कीमत मासिक आधार पर कम हुई है। जुलाई की तुलना में अगस्त में इसमें 0.6 की मामूली गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, बीते दिनों टमाटर की ऊंची कीमतों के कारण शाकाहारी थाली की कीमत सालाना आधार पर 24 प्रतिशत बढ़ी है।
क्रिसिल की रोटी चावल दर रिपोर्ट में गुरुवार को कहा गया कि शाकाहारी थाली की कीमत में सालाना आधार पर हुई 24 प्रतिशत की वृद्धि में से 21 प्रतिशत वृद्धि का कारण केवल टमाटर की कीमत है। इस साल जून में टमाटर की कीमतें 33 रुपए प्रति किलोग्राम थीं, जो जुलाई-अगस्त में 250 रुपए प्रति किलोग्राम तक पहुंच गईं थीं। वहीं, पिछले साल अगस्त में यह 37 रुपये प्रति किलोग्राम थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगस्त में एक साल पहले की तुलना में वनस्पति तेल की कीमत में 17 प्रतिशत और आलू की कीमत में 14 प्रतिशत की गिरावट आई, जिससे शाकाहारी थाली की लागत अगस्त में कम हो गई।
रिपोर्ट में कहा गया है कि सितंबर में थाली की कीमतें गिर सकती हैं क्योंकि टमाटर की खुदरा कीमत महीने-दर-महीने आधी होकर 51 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं। इसके अलावा, घरेलू एलपीजी की कीमत, जो अगस्त में 1,103 रुपये थी, सितंबर से घटाकर 903 रुपये कर दी गई है।
माह शाकाहारी थाली (रुपये) मांसाहारी थाली (रुपये)
फरवरी 25.5 59
मार्च 25.3 58.9
अप्रैल 25.2 58.7
मई 25.2 58.7
जून 26.5 60.4
जुलाई 34.0 67.6
अगस्त 33.8 67.3
मांसाहारी थाली की कीमत में भी गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार, मांसाहारी थाली की कीमत में भी मासिक आधार पर अगस्त में 0.4 की मामूली गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, सालाना आधार पर कीमत 13 फीसदी बढ़ी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारी थाली की कीमत सालाना आधार पर धीमी गति से बढ़ी है क्योंकि, ब्रॉयलर यानी चिकन की कीमत सालभर में 1 से 3 ही बढ़ी है। मांसाहारी थाली की कुल कीमत में ब्रॉयलर की हिस्सेदारी 50 की होती है।