06
रायपुर
प्रदेश की कांग्रेस सरकार को पोस्टरबाज सरकार बताते हुए भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि सरकार के कारनामों को जनता के बीच ले जाकर कांग्रेस सरकार की असलियत सामने लाने का संकल्प अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकतार्ओं ने लिया है। सिद्दीकी ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने डॉ. रमन सिंह के मुख्यमंत्रित्व में इस प्रदेश को सम्मान का मुकाम दिलाया था, और गरीबों का प्रदेश के रूप में पहचाना जाने वाले छत्तीसगढ़ की गरिमा को आसमान की ऊँचाई तक ले जाने का काम किया था जिसे पिछले पाँच सालों में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चौपट करने का काम किया है। पत्रकार वार्ता में अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शकील अहमद, छत्तीसगढ़ प्रभारी मोहम्मद सद्दाम, मोर्चा प्रभारी डॉ. सलीम राज और सह प्रभारी आरिफ खान भी उपस्थित थे।
सिद्दीकी ने कहा कि जो योजनाएँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ की जनता के कल्याण व विकास के लिए लागू की हैं, उन योजनाओं का नाम बदलकर अपने नाम पर करने का काम किया है। आयुष्मान कार्ड योजना का जिक्र करते हुए श्री सिद्दीकी ने कहा कि नाम बदलकर यह योजना स्व. खूबचंद बघेल के नाम पर कर दी। भाजपा स्व. खूबचंदजी का पूरा सम्मान करती है, लेकिन कांग्रेस की प्रदेश सरकार को यदि स्व. खूबचंद जी को सम्मान ही देना था तो उनके नाम पर इलाज की सहायता राशि में दो-पाँच लाख रुपए का इजाफा करके देते। पर इस सरकार ने तो इसमें भी पोस्टरबाजी की। श्री सिद्दीकी ने कहा कि इसी प्रकार गरीबों को दवाएँ खरीदने में बहुत ज्यादा आर्थिक भार न पड़े, इसलिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जेनेरिक दवाओं की योजना जन औषधि नाम के साथ शुरू की। इन दवाओं के विक्रय केंद्र और बढ़ाने के बजाय भूपेश सरकार ने इस योजना में भी नाम बदलकर इसे धन्वंतरि नाम दे दिया। श्री सिद्दीकी ने आरोप लगाया कि इस योजना के विक्रय केंद्रों की संख्या और उनमें मिलने वाली दवाओं की संख्या कम कर दी गई क्योंकि सरकार ने उन दवा-माफियाओं से साँठगाँठ की जो सस्ती दवाओं को महंगी दर पर बेचते थे।
श्री सिद्दीकी ने कहा कि बीते पाँच वर्षों में अल्पसंख्यकों ने भाजपा और कांग्रेस की सरकार में बड़ा फर्क महसूस किया है। भाजपा शासित राज्यों में जहाँ केंद्र व प्रदेश सरकारों के बीच बेहतर तालमेल के साथ विकास के नए मुकाम हासिल किए जा रहे हैं, वहीं छत्तीसगढ़ लगातार पिछड़ रहा है। अब अल्पसंख्यक समुदाय प्रदेश सरकार के खिलाफ निर्णायक संघर्ष शुरू कर रहे हैं। भाजपा ने प्रदेश विधानसभा के लिए घोषित प्रत्याशियों की पहली सूची में ही अल्पसंख्यक समुदाय से एक उम्मीदवार घोषित करके यह सिद्ध किया है कि भाजपा वास्तव में सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास के सिद्धांत पर काम कर रही है। अब छत्तीसगढ़ से अल्पसंख्यक समुदायों में सद्भाव संवाद के माध्यम से सम्पर्क अभियान चलाएंगे और समाज के सभी वर्ग के लोगों को मोदी मित्र कार्यक्रम से जोड़ेंगे।