अखिलेश के आदेश के बाद सपा में ओवरहालिंग का सिलसिला तेज, चार और नेता पार्टी से बाहर
रामपुर
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी ने नई रणनीति पर काम करना तेज कर दिया है। अखिलेश यादव के निर्देश के बाद पार्टी के अंदर एक किस्म की ओवरहालिंग शुरू हुई है। इसके तहत पार्टी उन लोगों पर सख्त हो गई है जिन पर पार्टी लाइन से इधर-उधर जाने का जरा भी शक है। पार्टी ने एक बार फिर कई पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बड़ी कार्रवाई की है। रामपुर में सपा छात्र सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष मुमताज फूल समेत चार स्थानीय नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया है।
बता दें कि इसके पहले अगस्त में अखिलेश यादव ने तीन नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इनमें प्रदीप तिवारी, ब्रजेश यादव और पीडी तिवारी शामिल थी। कभी इन तीनों नेताओं को अखिलेश यादव का बेहद करीबी माना जाता था। अब रामपुर में सपा के निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल की ओर से जारी किए गए प्रेसनोट में कहा गया है कि राजनीतिक दलों के लिए अनुशासन तथा नेतृत्व के निर्णयों का पालन अति आवश्यक है। सामूहिक फैसलों से बगावत तथा मनमाना आचरण पार्टी के लिए घातक होता है, जिसे कभी सहन नहीं किया जा सकता।
इसी के मद्देनजर समाजवादी पार्टी द्वारा अनुशासन भंग करने, पार्टी से गद्दारी एवं तथा पार्टी के सामूहिक निर्णयों के विरुद्ध आचरण करने के कारण रामपुर के मुमताज फूल, फैजान खां, सैफनी के कलीम खां और शाहबाद के वसीम हाशमी को सपा से छह साल के लिए निष्कासित किया गया है। मालूम हो कि मुमताज फूल रजा डिग्री कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष रहे हैं और कभी आजम के बेहद करीबी होने के चलते सपा छात्र सभा के भी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। इनका पिछले दिनों एक आडियो तेजी से वायरल हुआ था।
सपा निवर्तमान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र गोयल का कहना है कि पार्टी के सामूहिक निर्णय के खिलाफ सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करना गंभीर मामला है। उनके द्वारा नेतृत्व के फैसलों पर अशोभनीय टिप्पणी करना अनुशासन हीनता है।