‘गे सेक्स’ के चक्कर में गवाए लाखों, डेटिंग ऐप से ब्लैकमेल का खेल; 3 गिरफ्तार-2 फरार
नई दिल्ली
गे सेक्स के लिए डेटिंग ऐप के माध्यम से हुई मुलाकात के बाद बिहार के युवक से लूट की वारदात को अंजाम देने का मामला सामने आया है। जीआरपी ने लूट की गुत्थी सुलझाते हुए यूपी के रहने वाले तीन आरोपियों को दबोचा है जबकि गैंग के दो सदस्य अभी फरार है। आरोपियों के कब्जे से नकदी, वारदात में प्रयुक्त मोटरसाइकिल, मोबाइल फोन बरामद हुए है। फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई है।
एसपी रेलवे अजय गणपति कुंभार ने थाना जीआरपी कैंपस मे बताया कि मई माह में बिहार का एक युवक इलाज कराने के लिए हरिद्वार आया था। इसी दौरान उसकी जान पहचान गे डेटिंग ऐप पर रविकांत निवासी हैदर नगर तितावी मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी रामधाम कालोनी रानीपुर से हुई। वापस जाने के लिए रेलवे स्टेशन पर पहुंचने के दौरान युवक ने रविकांत से संपर्क साधा, जिसके बाद युवक उसे लेकर शंकराचार्य चौक के पास सुनसान स्थान पर पहुंचा।
जहां पहले से ही मौजूद रविकांत के कुछ साथी उसे बैरागी कैंप में ले गए, जहां उसकी पिटाई करते हुए तीस हजार की रकम, गले की चेन, अंगूठी लूट ली। लूटपाट के बाद उसे छोड़कर आरोपी फरार हो गए। सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत के बाद जीआरपी हरिद्वार और एसओजी ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगालना शुरू कर दी।
फुटेज और मुखबिर तंत्र की मदद से आरोपी विनीत कुमार कटारिया निवासी रामधाम कालोनी रावली महदूद, उत्तम कुमार निवासी गायत्री विहार सराय ज्वालापुर और रविकांत निवासी हैदरनगर तितावी मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी रामधाम कालोनी रानीपुर को पकड़ लिया। पूछताछ में सामने आया कि एक आरोपी मोनू को रानीपुर पुलिस ने चोरी के आरोप में हाल ही में जेल भेजा है जबकि दो अन्य आरोपी विनीत राणा और अर्जुन की तलाशी जारी है। एसपी रेलवे ने बताया कि गैंग डेटिंग ऐप के माध्यम से पहले भी कई युवाओं को शिकार बना चुका है।
आशंका जताई जा रही है कि कई युवाओं से लाखों रुपये ऐंठ लिए होंगे। टीम में थानाध्यक्ष अनुज सिंह, एसओजी प्रभारी विनय मित्तल, कांस्टेबल दीपक चौधरी, विनीत कुमार, मनोज कुमार और प्रदीप कुमार शामिल रहे।