G-20 summit में खालिस्तानीयों का खतरा, एजेंसियां अलर्ट
नईदिल्ली
जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान खालिस्तानी आतंकियों का खतरा बना हुआ है। दिल्ली व पंजाब में पांच खालिस्तानी आतंकी घूम रहे हैं। दिल्ली के मेट्रो स्टेशनों पर खालिस्तान समर्थित स्लोगन लिखने वाले खालिस्तान के सात समर्थक थे। इनमें से अभी दो पकड़े गए हैं।
ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों ने बाकी खालिस्तानी आतंकियों को पकडऩे के लिए अभियान तेज कर दिया है। इसके चलते दिल्ली पुलिस के सीनियर पुलिस अधिकारियों को मेट्रो स्टेशनों को रात में भी चेकिंग करने के आदेश दिए गए हैं। सीनियर अधिकारी रात में तीन-तीन बार मेट्रो स्टेशनों को चैक करने जाते हैं।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के चार मेट्रो व एक स्कूल की दीवार खालिस्तानी समर्थित स्लोगन लिखने वाले आरोपी कुल सात हैं। इन खालिस्तानी समर्थकों ने पांच-छह दिन रैकी थी। इन्होंने देखा था कि मेट्रो स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे कहां-कहां लगे हैं। एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि मेट्रो स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए इन्होंने मेट्रो स्टेशनों की पिछली साइड में स्लोगन लिखे थे। इसके बावजूद आरोपी सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए।
गिरफ्तार आरोपी प्रीतपाल सिंह ने पूछताछ में बताया है कि उसे गुरपंत सिंह पन्नू ने आदेश दिया था कि जी-20 शिखर सम्मेलन तक कुछ न कुछ गड़बड़ करते रहना हैं। पुलिस ने गिरफ्तार प्रीतपाल सिंह व राजविंदर को देर शाम कोर्ट में पेश किया और पांच दिन का पुलिस रिमांड मांगा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ के बाद ही पता लगेगा कि खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने उसे किस तरह की वारदात करने के कहा था।
तुरंत ध्यान खींचने के लिए मेट्रो स्टेशनों को चुना
आरोपी प्रीतपाल सिंह ने पूछताछ में खुलासा किया है कि अगर वह किसी दीवार पर लिखते थे तो एमसीडी अधिकारी उसे पोत कर मिटा देते थे। अगर मेट्रो की दीवार पर कुछ लिख दिया जाए तो उसमें एफआईआर दर्ज होती है। यहां कुछ भी लिखने पर तुरंत सरकार व लोगों को ध्यान जाता है। इस कारण मेट्रो स्टेशनों को खालिस्तान समर्थित स्लोगन लिखने के लिए चुना गया था।