उत्तराखंड चार धाम यात्रा: गंगोत्री हाईवे पर 100 मीटर हिस्सा धंसा, भूखे-प्यासे सड़क पर गुजर रही रात
उत्तराखंड
बदरीनाथ-केदारनाथ, गंगोत्री समेत उत्तराखंड चार धाम यात्रा का शुभारंभ होने के साथ ही देश के कई राज्यों से तीर्थ यात्री दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। लेकिन, चिंता की बात है कि बारिश के बाद नेशनल हाईवे बंद होने से तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। चार धाम यात्रा पर गए यूपी, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात आदि राज्यों के तीर्थ यात्री हाईवे बंद होने की वजह से जगह-जगह फंस रहे हैं।
ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे पर भी बहुत बड़ा अपडेट सामने आया है। गंगोत्री हाईवे चिन्यालीसौड़ में सड़क का करीब सौ मीटर हिस्सा धंस गया है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस-प्रशासन और बीआरओ ने भू-धंसाव वाले हिस्से में वाहनों की आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिया है। वाहनों को बाईपास से गुजारा जा रहा है।
वहीं, टिहरी बांध की झील के नजदीक रहने वाले लोग दहशत में हैं। जबकि, बदरीनाथ और केदारनाथ नेशनल हाईवे पर यातायात सुचारू है। यमुनोत्री हाईवे रुक-रुक कर बंद हो रहा है। चिन्यालीसौड पर काफी समय से इस स्थान पर भूधंसाव हो रहा है। शनिवार रात को एकाएक राष्ट्रीय राजमार्ग का बड़ा हिस्सा धंस गया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि टिहरी बांध की झील का जलस्तर जैसे-जैसे बढ़ता जा रहा है। तटवर्तीय क्षेत्र में भूधंसाव का खतरा भी बढ़ रहा है। रविवार को टिहरी बांध की झील का जलस्तर लगभग 821 आरएल तक पहुंच गया। चिन्यालीसौड़ में वाल्मीकि मोहल्ला, लोक निर्माण विभाग व वन विभाग दफ्तर, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जखवाड़ी मोहल्ला, जोगथ रोड, बिजल्वाण, रमोला मोहल्ला इलाके और आर्च ब्रिज-पीपलमंडी, हडियारी मोटर मार्ग भी भू-धंसाव के कारण खतरे की जद में आए गए हैं।
बीआरओ के ओआईसी विनोद कुमार देवड़ी ने बताया कि आला अधिकारियों को सूचित कर दिया है। सुरक्षा की दृष्टिगत खतरे के संकेत लगा दिए हैं। जल्द ऊपर कटिंग कर आवाजाही सुचारू कराई जाएगी।वहीं, टीएचडीसी ने हाईवे पर झील जलाशय के कारण भू-धंसाव से इनकार किया है।
संगमचट्टी-अगोड़ा मोटर मार्ग दो माह से बंद
उत्तरकाशी के भटवाड़ी ब्लॉक के अंतर्गत असी गंगा घाटी में संगमचट्टी-अगोड़ा मोटरमार्ग दो माह से बंद पड़ा है। जिससे क्षेत्रीय लोगों को आवागमन संबंधी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन स्वामियों और चालकों को कहना है कि सड़क बंद होने के कारण उनके वाहन दो माह से खड़े हैं, लेकिन संबंधित विभाग सड़क खोलने के लिए कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है।
अस्सी गंगा घाटी के टैक्सी-मैक्सी स्वामियों सहित चालकों रामकृष्ण रावत, राजेश रावत, जसवंत पंवार, कमल सिंह, सहदेव सिंह आदि ने कहा कि वे गाड़ी चलाते हैं। इस क्षेत्र के होने के कारण हमारी गाड़ियां सवारियां लेकर कई चक्कर मारती थी, जिस कारण रोजी रोटी चल रही थी, लेकिन सड़क नहीं खुलने से वाहन घरों पर ही खड़े हैं।
भंकोली और अगोड़ा गांव के करीब 7 मैक्स वाहन दो माह से नहीं चले हैं। रामकृष्ण रावत ने बताया कि पहले नौगांव और भंकोली के बीच गदेरा एक समस्या था अब एक नया भूस्खलन जोन सक्रिय हो गया है।वहीं पीएमजीएसवाई के अधिशासी अभियंता आशीष भट्ट का कहना है कि लगातार बारिश के कारण भूस्खलन जोन सक्रिय हो रहे हैं।
सड़क खोलने के लिए विभाग की जेसीबी जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल ने बताया कि गंगोरी संगम चट्टी अगोड़ा मोटर मार्ग खोलने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। जल्द ही मार्ग यातायात हेतु सुचारू कर दिया जायेगा।