मेडागास्कर में भगदड़, 12 लोगों की मौत
एंटानानारिवो
मेडागास्कर की राजधानी एंटानानारिवो के बारिया स्टेडियम में 11वें इंडियन ओशन आइलैंड गेम्स के उद्घाटन समारोह के दौरान प्रवेश द्वार पर भगदड़ मचने से कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई और लगभग 80 अन्य घायल हो गए। मेडागास्कर के प्रधानमंत्री क्रिश्चियन नत्से ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने को मीडिया को बताया कि भगदड में मरने वालों की संख्या 12 है और करीब 80 लोग घायल हैं, जिनमें से 11 को तत्काल सर्जरी की आवश्यकता है।
नत्से ने कहा, 'सरकार घायलों की चिकित्सा लागत वहन करेगी और सभी संस्थानों की ओर से मैं पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।'
मेडागास्कर के राष्ट्रपति एंड्री राजोएलिना ने मृतकों के प्रति दुख व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने घटना को दुर्भाग्यपूर्व बताया है। उन्होंने बताया कि स्टेडिम के प्रवेश द्वार पर भगदड़ मच गई। कई लोग घायल है। राष्ट्रपति ने संवेदनाएं व्यक्त करते हुए मौन रखने का आह्वान किया है। इसके बाद उद्घाटन समारोह में राष्ट्रपति ने भगदड़ में मारे गए लोगों के प्रति एक मिनट का मौन रखा।
उल्लेखनीय है कि 26 जून, 2019 को मेडागास्कर की स्वतंत्रता का जश्न मनाने के दौरान महामासिना स्टेडियम में मची भगदड़ में कम से कम 15 लोगों की मौत हो गई और 75 अन्य घायल हो गए।
नेपाल ने सोना तस्करी केस की जांच में इंटरपोल के जरिये भारत, हांगकांग, चीन से मदद मांगी
काठमांडू
नेपाल के केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो (सीआईबी) ने चीन के नागरिकों के हांगकांग से एक क्विंटल सोने की तस्करी कर नेपाल के रास्ते भारत में भेजे जाने को लेकर इंटरपोल की मदद ली है। नेपाल की इंटरपोल शाखा ने हांगकांग, चीन और भारत की इंटरपोल शाखा से इस केस से जुड़े लोगों के बारे में जानकारी साझा करने को कहा है।
सीआईबी की प्रमुख एआईजी किरण बज्राचार्य ने बताया कि इस केस में त्रिदेशीय नेक्सस दिख रहा है। हांगकांग से चीन के नागरिकों द्वारा सोने की खेप भेजा जाना। नेपाल को ट्रांजिट के रूप में प्रयोग करना और नेपाल से सोने की खेप को भारत भेजना। बज्राचार्य ने कहा कि इस तस्करी के पूरे नेक्सस का पता लगाने के लिए बीजिंग के इंटरपोल सहित हांगकांग के सब डिविजन ऑफिस तथा भारत के नेशनल सेंट्रल ब्यूरो (एनसीबी) से पत्राचार किया गया है।
सीआईबी प्रमुख ने बताया कि हांगकांग से फर्जी कंपनी बनाकर वहां से ब्रेक शू के जरिए नेपाल में सोने की तस्करी की जाती रही है। हांगकांग से उस कंपनी से संबंधित लोगों के बारे में जनकारी मांगी गई है। उल्लेखनीय है इस केस में नेपाल में अब तक चीन के 12 नागरिकों की गिरफ्तारी हुई है। इन नागरिकों के पास भारत के आधार कार्ड मिलने से खुफिया एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। इस तस्करी से जुड़े कुछ भारतीय मूल के व्यापारी यहां से फरार हो गए हैं।
बताया गया है कि पकड़ी गई खेप के अलावा हांगकांग से आया करीब 733 किलोग्राम सोना नेपाल के रास्ते भारत पहुंच चुका है। नेपाल में जिस फर्जी कंपनी के नाम पर सोने की खेप मंगवाई जाती थी उसके कस्टम और एक्सपोर्ट इम्पोर्ट कागजात में पिछले तीन महीने में 1700 किलोग्राम सामान मंगवाए जाने का रिकार्ड है। अब तक पकड़े गए आरोपितों में सभी ने सोना को भारत में भेजे जाने की बात स्वीकारी है।