मणिशंकर अय्यर पर नरसिम्हा राव के पोते का पलटवार ,कांग्रेस की संस्कृति अपने ही नेताओं को निधन के बाद बदनाम करना
नईदिल्ली
कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को साम्प्रदायिक सोच वाला व्यक्ति बताया था. अब नरसिम्हा राव के पोते और बीजेपी नेता एन वी सुभाष ने मणिशंकर के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस की संस्कृति अपने ही नेताओं को उनके निधन के बाद बदनाम करने की रही है.
एन वी सुभाष ने कहा, कांग्रेस नरसिम्हा राव को बदनाम करने के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकती है, जिन्होंने पूरा जीवन पार्टी की प्रगति के लिए समर्पित कर दिया था. तेलंगाना में बीजेपी प्रवक्ता सुभाष ने कहा, कांग्रेस की अपनी ही पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की मौत के बाद उनकी छवि बिगाड़ने की संस्कृति है, ताकि वंशवादी गांधी परिवार की छवि को बेहतर दिखाया जा सके.
सुभाष ने कहा कि कांग्रेस ने कभी अपने ही नेताओं को सम्मान नहीं दिया और खासकर नरसिम्हा राव को, जो प्रधानमंत्री रहते हुए देश में आर्थिक सुधारों के लिए जाने जाते हैं. सुभाष ने अय्यर द्वारा राव को देश का पहला भाजपा प्रधान मंत्री बताए जाने का स्वागत किया भी किया. हालांकि, नरसिम्हा राव को सांप्रदायिक बताए जाने की निंदा की.
सुभाष ने कहा, गांधी परिवार के करीबी पूर्व राजनयिक ने कभी भी नरसिम्हा राव से उनके कामकाज के बारे में सवाल नहीं किया. लेकिन अब, उन्होंने उनकी मौत के 19 साल बाद उन्हें सांप्रदायिक बताकर उनकी ईमानदारी पर सवाल उठाए.
अय्यर ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधानमंत्री नरसिंह राव साम्प्रदायिक सोच वाले व्यक्ति थे. अय्यर ने राव को देश में भाजपा का पहला प्रधानमंत्री बताया था. अय्यर की आत्मकथा मेमोयर्स ऑफ अ मैवरिक – द फर्स्ट फिफ्टी ईयर्स (1941-1991) हाल ही में लॉन्च हुई है.
क्या कहा था अय्यर ने?
मणिशंकर अय्यर ने अपनी किताब के विमोचन पर आरोप लगाया था कि पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव 'सांप्रदायिक' थे. इतना ही नहीं, अय्यर ने उन्हें देश का 'बीजेपी का पहला प्रधानमंत्री' भी बताया. उन्होंने राजीव गांधी की मृत्यु के बाद राजनीति में कदम रखने के लिए सोनिया गांधी की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि राजीव के जाने के बाद कई लोगों ने सोचा कि चलो अब इस आदमी (मणिशंकर अय्यर) को खत्म कर दें, लेकिन मैं केवल उनकी (सोनिया गांधी) वजह से पार्टी में बचा रहा. इस मौके पर सोनिया गांधी भी मौजूद थीं.
अय्यर ने पाकिस्तान से बातचीत की वकालत की
पाकिस्तान के साथ बातचीत की वकालत इससे पहले अय्यर ने कहा, 'क्या पाकिस्तान एक दुश्मन देश है? इस पर मेरा संक्षिप्त उत्तर यह है कि पाकिस्तानी दुश्मन लोग नहीं हैं. पाकिस्तान की सरकार बहुत सी ऐसी चीजें करती है जो उन्हें हमारा दुश्मन बनाती है. लेकिन वे हमारे प्रति कितनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं और कितनी दूर हैं वे हमें उकसा रहे हैं? …जब पाकिस्तान की बात आती है, तो हमारे पास उनके खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक करने की हिम्मत है, लेकिन हमारे पास मेज पर बैठकर किसी पाकिस्तानी से बात करने की हिम्मत नहीं है.'