हिमाचल में तबाही की बारिश, कुल्लू में पत्तों की तरह ढह गईं 7 बहुमंजिला इमारतें
कुल्लू
लगातार हो रही तेज बारिश से पहाड़ों पर तबाही जारी है. इसी बीच हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में गुरुवार बारिश के चलते कई बहुमंजिला इमारतें ताश के पत्तों की तरह ढह गईं. इस घटना का वीडियो भी सामने आया है. वीडियो में इस भीषण तबाही को देखा जा सकता है.
कुल्लू में स्थित नए बस स्टैंड के पास प्राकृतिक आपदा देखने को मिली. यहां एक के बाद एक 7 बहुमंजिला इमारतें सिर्फ 26 सेकेंड में धराशाई हो गईं. बताया जा रहा है कि लगातार हो रही बारिश के चलते इन इमारतों में दरारें आ गई थीं. इसके बाद इन्हें तीन पहले ही खाली करा लिया गया था. गुरुवार को 7 इमारतें ढह गईं. जबकि 1 पर अभी भी खतरा बना हुआ है.
हिमाचल प्रदेश में लगातार बारिश का कहर जारी है. राज्य की राजधानी शिमला में 2017 मिमी से अधिक बारिश हुई. यहां 122 सालों का रिकॉर्ड टूट गया. हिमाचल के मंडी, शिमला और सोलन में पिछले 24 घंटे में बादल फटने की 4 घटनाएं हुईं. राज्य में 1 दिन में 11 लोगों ने बारिश से जुड़ी घटनाओं में जान गंवा दी. इनमें से 3 की मौत शिमला में जबकि 8 की मौत मंडी में हुई. इस दौरान 18 वाहनों को भी नुकसान पहुंचा. शिमला में कई सड़कों को एहतियातन बंद कर दिया गया. शिमला में करीब 35 घरों को खाली कराया गया. हिमाचल के हमीरपुर, मंडी, शिमला और सोलन में कई जगहों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं हुईं. राज्य में तीन नेशनल हाईवे और 538 रोड बंद हो गए.
दरअसल एक महीने पहले हुए भारी वर्षा से इन मकानों में दरारें पड़नी शुरू हुई थीं। इसे देखते हुए प्रशासन ने भवन मालिकों को इन्हें खाली करने के नोटिस दिए थे। आनी के एसडीएम नरेश वर्मा ने बताया कि भवनों के गिरने की घटना में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। इन्हें पहले ही खाली करवा दिया गया था। राजस्व विभाग की टीम मौके पर नुकसान का आंकलन कर रही है।
बता दें कि हिमाचल में मानसून सीजन के दौरान व्यापक वर्षा से लगातार जान-माल का नुकसान हो रहा है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार राज्य भर में अब तक 2237 मकान और 300 दुकानें ध्वस्त हुई हैं। जबकि 9924 मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है।
मानसूनी सीजन में 300 से ज्यादा लोगों की गई जान
हिमाचल में इस साल मानसून अपने साथ तबाही लेकर आया है. राज्य में लगातार हो रही बारिश और लैंडस्लाइड के चलते अब तक 300 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. 10 हजार से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा है. इतना ही नहीं राज्य में करीब 10 हजार करोड़ का नुकसान हुआ है. कई सड़कें बह गईं, सैकड़ों ब्रिज टूट गए.