अमेरिकी बैंकों पर संकट के बीच फेड ने ब्याज दर बढ़ाई, बड़ी गिरावट पर बंद हुए बाजार, घरेलू मार्केट पर भी होगा असर
अमेरिका
अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बैंकिंग संकट के बावजूद बुधवार को महंगाई को कम करने के लिए ब्याज दरों में 25 बीपीएस प्वाइंट की बढ़ोतरी की। फेड के इस कदम से अमेरिकी शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा। डाऊ जोन्स 530 अंक टूटकर 32030 पर बंद हुआ। वहीं, एसएंडपी 1.65 फीसद गिरकर 3936 के स्तर पर बंद हुआ जबकि, नैस्डैक 1.60 फीसद गिरकर 11669.96 पर बंद हुआ।
बाजार विशेषज्ञों ने गुरुवार यानी आज छोटी अवधि के निवेशकों को उच्च गुणवत्ता वाले फार्मा और एफएमसीजी शेयरों पर ध्यान देने की सलाह दी है। लंबी अवधि के निवेशकों के लिए विशेषज्ञों ने ऑटो, आईटी और बैंकिंग शेयरों में गिरावट पर खरीदारी की सलाह दी है। यूएस फेड रेट में 25 बीपीएस की बढ़ोतरी के मद्देनजर जीसीएल ब्रोकिंग के रवि सिंघल ने आईटी स्टॉक खरीदने के लिए कहा, "अगर टीसीएस निकट अवधि में लगभग ₹2900 से ₹3,000 के स्तर पर उपलब्ध हो जाता है, तो यह एक बड़ा खरीदारी का अवसर होगा।"
फेड ने कहा कि हाल के संकेतक खर्च और उत्पादन में मामूली वृद्धि की ओर इशारा करते हैं। नौकरी में लाभ हुआ है और यह एक मजबूत गति से चल रहा है। बेरोजगारी दर कम बनी हुई है और मुद्रास्फीति उच्च बनी हुई है। बता दें फेड को पहले 50 आधार अंकों की दरों में वृद्धि की उम्मीद थी, लेकिन अमेरिका में बैंकिंग संकट ने इसे और मंदी से बचने के लिए धीमी गति से आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है। केंद्रीय बैंक ने मुद्रास्फीति को 6 फीसद से कम करके 2 फीसद पर लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
ब्रिटेन में मुद्रास्फीति बढ़कर 10.4 फीसद पर पहुंची
ब्रिटेन में चार महीने में पहली बार फरवरी में मुद्रास्फीति की दर बढ़ी है जिससे विश्लेषक हैरान हैं। इससे बैंक ऑफ इंग्लैंड पर भी ब्याज दरें बढ़ाने का दबाव बढ़ गया है। बैंक बृहस्पतिवार को होने वाली बैठक में इस बारे में कोई फैसला ले सकता है। राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय की ओर से बुधवार को बताया गया कि उपभोक्ता मूल्य सूचकांक फरवरी में बढ़कर 10.4 फीसद पर पहुंच गया, जो इससे पिछले महीने 10.1 फीसद था। मुद्रास्फीति बैंक ऑफ इंग्लैंड के दो फीसद के लक्ष्य से पांच गुना से भी अधिक बनी हुई है। हालांकि अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि साल के अंत तक कीमतों में तेज गिरावट आएगी। बैंक दिसंबर 2021 से लगातार दस बार दरों में वृद्धि कर चुका है जो अब चार फीसद पर पहुंच गई है।