मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना के लिये वरिष्ठ नागरिक कर सकते हैं आवेदन
भोपाल
राज्य सरकार द्वारा संचालित मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विभिन्न स्थानों की तीर्थ-यात्रा के लिये वरिष्ठ नागरिक आवेदन कर सकते हैं। निर्धारित कार्यक्रम अनुसार शिर्डी के लिये उमरिया से और अमृतसर के लिये इंदौर से 31 अगस्त को जाने वाली ट्रेन के लिये 20 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है। डॉ. अंबेडकर की दीक्षा भूमि नागपुर की एक सितम्बर को भिंड से प्रारंभ यात्रा के लिये 21 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है।
जगन्नाथपुरी की 5 सितंबर को रतलाम से प्रारंभ यात्रा के लिये 25 अगस्त तक, 19 सितंबर को गुना से शुरू यात्रा के लिये 8 सितंबर तक, 27 सिंतबर को रीवा से शुरू यात्रा के लिये 16 सितंबर तक, 2 अक्टूबर को शिवपुरी से शुरू यात्रा के लिये 21 सितम्बर तक और 10 अक्टूबर को ब्यावरा-राजगढ़ से शुरू यात्रा के लिये 28 सितंबर तक आवेदन किये जा सकते हैं।
कामाख्या की 6 सितंबर को बुरहानपुर से शुरू यात्रा के लिये 26 अगस्त तक, 24 सितंबर को सराईग्राम जिला सिंगरौली से शुरू यात्रा के लिये 13 सितंबर तक और 30 सितंबर को परासिया जिला छिंदवाड़ा से शुरू यात्रा के लिये 19 सितंबर तक आवेदन किये जा सकते हैं।
रामेश्वरम की 8 सितम्बर को रीवा से प्रारंभ यात्रा के लिये 27 अगस्त तक, 16 सिंतबर को रानी कमलापति भोपाल से शुरू यात्रा के लिये 5 सितंबर तक और 8 अक्टूबर को खण्डवा से शुरू यात्रा के लिये 27 सितम्बर तक आवेदन किये जा सकते हैं। काशी-वाराणसी की 13 सितंबर को शाजापुर से शुरू यात्रा के लिये 2 सितम्बर तक आवेदन किये जा सकते हैं।
द्वारका की 14 सितंबर को बैतूल से शुरू यात्रा के लिये 9 सितंबर तक, 22 सितंबर को परासिया जिला छिंदवाड़ा से शुरू यात्रा के लिये 11 सितंबर तक और 5 अक्टूबर को दमोह से शुरू यात्रा के लिये 24 सितंबर तक आवेदन किये जा सकते हैं।
अधिक जानकारी के लिये संचालनालय धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व कार्यालय के दूरभाष क्रमांक 0755-2767116 तथा ई-मेल dndvmp@gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग की वेबसाइट www.dharmasva.mp.gov.in से मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से संबंधित आदेश, नियम, परिपत्र तथा आवेदन-पत्र डाउनलोड किये जा सकते हैं। आईआरसीटीसी के महत्वपूर्ण नम्बर राहुल होल्कर, कार्यपालक (पर्यटन) मो.नं. 8287931729 और कृष्ण कुमार सिंह अपर महाप्रबंधक मो.नं. 8287931607 से विशेष परिस्थितियों में सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।