राजधानी में 20 से 80% तक बढ़ेंगे जमीनों के दाम, फैसला कल
भोपाल
राजधानीवासियों को महंगाई के इस दौर में एक बार बड़ा झटका लगाने की तैयारी चल रही है। जिले की प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन 2023-24 में कई इलाकों में 20 से 80 फीसदी तक जमीनों के दाम बढ़ाए जा रहे हैं। प्रशासन बाजार मूल्य के बराबर प्रॉपर्टी की कीमतें लाने के फेर में राजधानी में जमीनें पहले ही काफी महंगी कर दी गई थी। कांग्रेस सरकार बनने के बाद लोगों को राहत मिली थी, जो बाद में भाजपा के सत्ता में आने के बाद भी कायम रही, लेकिन इस बार अफसरों ने दरें बढ़ाने का रास्ता निकाल लिया।
इस बार कम ही लोकेशन पर फोकस किया गया, लेकिन बढ़ोतरी बेतहाशा कर दी गई। 11 मील बायपास और होशंगाबाद के बीच में स्थित 60 से अधिक कॉलोनियां खास अफसरों के निशाने पर रही। यहां पर 25 फीसदी तक बढ़ी दरें प्रस्तावित की गई हंै। कारण है कि यहां पर मास्टर प्लान की सड़कों का निर्माण सहित अन्य विकास कार्य हो रहे हैं। दरअसल, प्रस्तावित कलेक्टर गाइडलाइन में नगर निगम क्षेत्र में अधिक बढ़ोतरी नहीं करने के दावे अफसरों ने किये थे।
प्रस्ताव आॅनलाइन होने के बाद खुलासा हुआ कि अकेले नगर निगम सीमा में ही 500 से अधिक लोकेशन पर दरें बढ़ाई जा रही हैं। इसमें दो वार्ड खासतौर से अफसरों के निशाने पर रहे। इसमें वार्ड 61 और 85 हैं। वार्ड 85 में रिंग रोड बायपास व होशंगाबाद के बीच में स्थित साठ से अधिक कॉलोनियों में जमीनें महंगी कर दी गई है। अगर प्रस्तावित गाइडलाइन को मंजूरी मिल गई तो एक अप्रैल से यहां पर प्रॉपर्टी लेना महंगा हो जाएगा।
कल होगा निर्णय, हो सकते हैं फेरबदल
कलेक्टर गाइडलाइन पर आए दावा-आपत्ति का निराकरण कर एक बार फिर जिला मूल्यांकन समिति की बैठक होनी है। हालांकि यह बैठक पहले 20 मार्च को होनी थी, लेकिन बाद में इसे आगे बढ़ा दिया गया। अब बताया जा रहा है कि गाइडलाइन को अंतिम रूप देने के लिए जिला मूल्यांकन समिति की बैठक गुरूवार को आयोजित होगी।
हालांकि विभागीय सूत्रों की मानें तो इस मामले में सीएम हाउस से कुछ निर्देश आने के कारण लगातार जिला मूल्यांकन समिति की बैठक टल रही है। संभावना यह भी जताई जा रही है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद कई लोकेशन पर जमीनों के दाम कम कर दिए जाएं। इस संबंध में शहर के बिल्डर एसोसिएशन ने सीएम हाउस में बढ़ी कीमतों को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है।