शेयर बाजार में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट, आगे कैसी रहेगी चाल
नई दिल्ली
भारतीय शेयर बाजार में लगातार तीसरे सप्ताह गिरावट का सिलसिला जारी रहा। रिजर्व बैंक ने अपनी एमपीसी बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव की घोषणा की। इसके बाद भारतीय इक्विटी बेंचमार्क ने लगभग आधा पर्सेंट की कटौती के साथ सप्ताह का अंत किया। दूसरी ओर, मूडीज ने भी कई छोटे से मध्यम आकार के अमेरिकी बैंकों की क्रेडिट रेटिंग में कटौती की और कहा कि वह देश के कुछ सबसे बड़े बैंकों को डाउनग्रेड कर सकता है।
11 अगस्त को समाप्त सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स 399 अंक या 0.61 पर्सेंट गिरकर 65,323 पर आ गया, जबकि निफ्टी 89 अंक या 0.45 पर्सेंट गिरकर 19,428 पर आ गया। बीएसई मेटल इंडेक्स बीते सप्ताह के दौरान सबसे अधिक (1.1 पर्सेंट) चढ़ा। बीएसई कैपिटल गुड्स और बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स में क्रमश: 0.81 पर्सेंट और 0.79 पर्सेंट की बढ़त दर्ज की गई। वहीं, बीएसई बैंकेक्स इंडेक्स में 1.6 पर्सेंट की साप्ताहिक गिरावट दर्ज की गई।
सप्ताह के दौरान निफ्टी 50 इंडेक्स के 23 शेयरों ने निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न दिया। 5.5 पर्सेंट की साप्ताहिक बढ़त के साथ महिंद्रा एंड महिंद्रा इंडेक्स में शीर्ष पर रही। इसके बाद टाइटन कंपनी (3.9 पर्सेंट), टेक महिंद्रा (3.8 पर्सेंट), सिप्ला (3.4 पर्सेंट) और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस (3.3 पर्सेंट) का स्थान रहा। अदानी पोर्ट्स, डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और ओएनजीसी भी दो पर्सेंट से अधिक बढ़े। दूसरी ओर, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज, एशियन पेंट्स और नेस्ले इंडिया में क्रमश: 6 पर्सेंट, 4.6 पर्सेंट और 2.8 पर्सेंट की गिरावट आई।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, आर्थिक आंकड़ों पर केंद्रित सप्ताह के दौरान भारतीय बाजार में मंदी का अनुभव हुआ, क्योंकि मुद्रास्फीति की चिंताओं ने घरेलू भावनाओं को प्रभावित किया। सप्ताह की शुरुआत फार्मा और आईटी क्षेत्रों के मजबूत प्रदर्शन के कारण मध्यम लाभ के साथ हुई। उन्होंने कहा, "चीनी निर्यात में गिरावट और अमेरिकी छोटे और मध्यम आकार के बैंकों की रेटिंग में गिरावट जैसे कमजोर संकेतों के कारण वैश्विक बाजारों को अस्थिरता का सामना करना पड़ा।" नायर ने कहा कि मुद्रास्फीति की बढ़ती चिंताओं के बीच, निवेशक जुलाई के घरेलू सीपीआई डेटा पर बारीकी से नजर रख रहे हैं, जिसमें बढ़ती खाद्य कीमतों के कारण उल्लेखनीय वृद्धि होने का अनुमान है।
आगे कैसी रहेगी बाजार की चाल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा, "निफ्टी में मंदी का रुझान जारी है, क्योंकि यह 21-दिवसीय एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (21ईएमए) से नीचे बना हुआ है। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (आरएसआई) भी मंदी का संकेत दे रहा है। शॉर्ट टर्म में, ऐसी संभावना है कि सूचकांक 19300 के स्तर तक गिर सकता है। सकारात्मक पक्ष पर, प्रतिरोध स्तर 19,500 पर स्थित है।"