नर्मदा का जलस्तर बड़वानी में खतरे के निशान से 8 मीटर नीचे
बड़वानी
मध्यप्रदेश में मानसून पर ब्रेक है, लेकिन एक हफ्ते पहले हुई भारी बारिश से नदियां और बांधों का जलस्तर बढ़ा है। ऊपरी इलाकों में हो रही बारिश से ओंकारेश्वर और बरगी बांध से नर्मदा में पानी छोड़ा जा रहा है। बड़वानी जिला मुख्यालय से सिर्फ 5 किलोमीटर दूर राजघाट में नर्मदा का जलस्तर शनिवार सुबह 131 मीटर पार कर गया। नदी खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है।
नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। राजघाट से सटे खेत डूब गए हैं। राजघाट टापू पर जाने-आने के लिए अब सड़क पर बोट चलना शुरू हो गई है। किनारे के गांव में डूब का खतरा मंडराने लगा है।
प्रदेश में 5 अगस्त से तेज बारिश थमी हुई है। अगले एक हफ्ते तक तेज बारिश के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग का कहना है कि 18 अगस्त के बाद सिस्टम एक्टिव हो सकता है। गुजरात में चक्रवाती हवाओं का घेरा होने से मालवा-निमाड़ यानी इंदौर-उज्जैन में इसका असर देखने को मिलेगा। बाकी जगह हल्की बूंदाबांदी होगी। भोपाल में शनिवार सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई।
घट रहा ओवरऑल बारिश का आंकड़ा
प्रदेश में 1 जून से 11 अगस्त तक कुल 22.82 इंच बारिश होना चाहिए। इसके मुकाबले 22.95 इंच पानी गिर चुका है। इस हिसाब से अब तक 0.13 इंच बारिश ज्यादा हुई है।
मध्यप्रदेश में मानसून ब्रेक होने से बारिश के आंकड़े में कमी आई है। सीजन में पहली बार पश्चिमी हिस्से में बारिश का आंकड़ा 2% कम हो गया है। यहां के 31 जिलों में 21.22 इंच बारिश होना चाहिए थी, जबकि 20.77 इंच बारिश हुई है।
ओवरऑल बारिश का आंकड़ा अब 1% ही ज्यादा है। बारिश नहीं होने से यह आंकड़ा तेजी से कम हो रहा है। बारिश के आंकड़ों में पश्चिमी हिस्सा पिछड़ गया है। पूर्वी हिस्सा भी पिछड़ने लगा है। पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 4% अधिक और पश्चिमी हिस्से में औसत से 2% कम बारिश दर्ज की गई है।