रायपुर
मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक निगम के पूर्व अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष तथा वरिष्ठ अधिवक्ता इकबाल अहमद रिजवी ने कहा है कि भाजपा एवं आर.एस.एस. हिन्दू राष्ट्र के समर्थक हैं तो उन्हें संसद के दोनों सदनों में हिन्दू राष्ट्र बनाने का बिल पेश करना चाहिए। अभी तक भाजपा एवं संघ ने इस विषय में हाँ या ना का कोई अभिमत देश की जनता के समक्ष प्रस्तुत कर अपनी नीयत का परिचय नहीं दिया है। संसद में भाजपा का बहुमत है। इस बिल को पास होने में कोई देर नहीं लगेगी। दरअसल में भारतरत्न डा. भीमराव अम्बेडकर द्वारा रचित सर्वधर्म समभाव का संविधान प्रारंभ से ही साम्प्रदायिक दलों एवं संगठनों की आंख की किरकिरी बना हुआ है।
रिजवी ने कहा है कि साधु-संतो को 2024 के आम चुनाव में जनता को धर्म के नाम पर गुमराह करने के लिए यह सब भाजपा के प्रायोजित हथकण्डे हैं। साधु-संतो की जगह-जगह की जाने वाली सभाओं के पीछे आने वाले विधानसभाओं एवं 2024 के आम चुनाव में होने वाली पराजय का पूवार्भास है। भाजपा द्वारा हाल ही में समान सिविल कोड का बिल संसद में प्रस्तुत किया गया है उसी कड़ी में हिन्दू राष्ट्र बनाने का बिल भाजपा क्यों पेश नहीं कर रही? देश की जागरूक जनता बागेश्वरधाम के पंडित धिरेन्द्र शास्त्री एवं देश भर में चुनाव पूर्व साधु-संतो की सभाऐं आयोजित कर देश की जनता का भावनात्मक दोहन करना एक प्रायोजित हथकंडा है। भाजपा को चाहिए इन सब हथकंडों को रोके एवं सीधे संसद में हिन्दू राष्ट्र बिल पेश कर अपने हिडन ऐजेन्डा को साकार करे।
रिजवी ने भारतीय संविधान के निमार्ता डा. अम्बेडकर के अनुयायियों एवं जनता को सचेत रहने का आव्हान करते हुए कहा है कि भाजपा के छुपे इरादों को नकारने आन्दोलन हेतु आगे आकर भाजपा के संविधान विरोधी मुहिम का कड़ा विरोध दर्ज कराऐं।