रायपुर
राज्य में खरीफ 2023 के लिए किसानों को 5 अगस्त की स्थिति में 6067 करोड़ 27 लाख 60 हजार रूपए का अल्पकालीन कृषि ऋण खेती-किसानी के लिए दिया जा चुका है। राज्य शासन द्वारा बिना ब्याज के दिए जाने वाले कृषि ऋण का लाभ 13 लाख 62 हजार 42 किसानों ने उठाया है। किसानों को दी गई ऋण राशि इस साल के लिए निर्धारित 6100 करोड़ रूपए का 99.46 प्रतिशत है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य में अब तक खरीफ के लिए बलोदाबाजार-भाटापारा जिले के सर्वाधिक 108059 किसानों ने कृषि ऋण लिया है। बालोद जिला ऋण लेने वाले किसानों के मान से दूसरे नंबर पर है, इस जिले के 107107 किसानों ने कृषि ऋण लिया है। बेमेतरा जिले के किसान ऋण लेने के मामले में तीसरे नंबर पर है, यहां के 99076 किसानों ने ऋण लिया है।
रायपुर जिले में 64286, गरियाबंद में 42768, महासमुंद में 75154, धमतरी में 58409, दुर्ग में 70716, राजनांदगांव में 91490, कबीरधाम में 82080, खैरागढ़ में 40500, मानपुर-मोहला-चौकी में 35831, जगदलपुर में 27209, कोण्डागांव में 26845, नारायणपुर में 4611, कांकेर में 60244, दंतेवाड़ा में 2246, सुकमा में 7375, बीजापुर में 11206, बिलासपुर में 55596, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 5830, मुंगेली में 32960, जांजगीर-चांपा में 34137, सक्ती में 30109, कोरबा में 16545, सरगुजा में 36565, बलरामपुर में 18670, सूरजपुर में 33767, कोरिया में 13819, मनेन्द्रगढ़ में 7185, रायगढ़ में 28896, सारंगढ़ में 19305 तथा जशपुर जिले में 13446 किसानों ने अब तक अल्पकालीन कृषि ऋण अपने इलाके के सहकारी बैंकों से लिया है।
गौरतलब है कि गत वर्ष खरीफ 2022 में 5 अगस्त तक राज्य के 12 लाख 20 हजार 317 किसानों ने 4883 करोड़ 80 लाख 59 हजार रूपए का ऋण लिया था। खरीफ सीजन 2022 में राज्य के किसानों ने कुल 5563 करोड़ 60 लाख रूपए का कृषि ऋण लिया था।