उत्तरप्रदेशराज्य

Rampur की शान बढ़ाएगा दुनिया का सबसे बड़ा चाकू, जानें क्या है कीमत और खासियत

रामपुर
उत्तर प्रदेश का रामपुर जिला चाकू के लिए विश्व प्रसिद्ध है। बॉलीवुड फिल्मों में भी आपने रामपुरी चाकू का नाम तो कई बार सुना ही होगा। तो वहीं, अब रामपुरी चाकू को एक नई पहचान मिल गई है। जी हां… रामपुर में दुनिया का सबस बड़ा चाकू है। अगर आप भी इसे देखना चाहते हैं तो आपको रामपुर आना होगा। क्योंकि, विश्व के सबसे बड़े चाकू को नैनीताल मार्ग के चौराहे पर स्थापित किया गया है। इतना ही नहीं, इस चौराहे को अब चाकू चौराहे का नाम भी दिया गया है। इस चाकू को जल्द ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में 'सबसे बड़े चाकू' का सर्टिफिकेट मिल जाएगा। जानकारी के मुताबिक, यह चाकू 6.10 मीटर लंबा और पीतल व स्टील से बनाया गया है। इस चाकू की खासियत ये भी है कि इसमें कभी जंग नहीं लग सकता और ना ही ये धूप में खराब होगा। तो वहीं, इस चाकू की कीमत 52 लाख रुपए है और जिसके लिए चाकू चौराह बनाया गया है। आपको बता दें, रामपुरी चाकू उद्योग का इतिहास यूं तो रामपुर रियासत के जामने से है।

एक वक्त था जब रामपुर के चाकू बाजार में सैकड़ो दुकानें हुआ करती थी, जहां से देश ही नहीं विदेशों में भी रामपुर चाकू की आपूर्ति होती थी। रामपुरी चाकू की खासियत ये है कि ये बटन से खुलत और बंद होते हैं और इन पर सुंदर नक्काशी होती है। इस वजय से पुराने दौर की हिंदी फिल्मों में विलेन के हाथ में अक्सर रामपुरी चाकू दिखाई देते थे। बाद में इस चाकू रखने और इस्तेमाल पर रोक लगने के कारण इसका कारोबार कम होता गया। साथ ही, सरकार की उपेक्षा का शिकार से रामपुरी चाकू का उद्योग विलुप्ति की कगार पर आ खड़ा हुआ। अब एक बार फिर रामपुरी चाकू को उसकी पहचान वापस दिलाने की कवाद शुरू हो गई है। सोमवार को सांसद घनश्याम सिंह लोधी, शहर विधायक आकाश सक्सेना, मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह और जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार मांदड़ ने दुनिया के सबसे बड़े चाकू का लोकार्पण किया।

रामपुर शहर विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि रामपुरी चाकू को कभी डर के रूप में जाना जाता था, परंतु सरकार ने इस डर के प्रतीक चाकू को शिल्प का रूप देने का कार्य किया है। कहा कि शासन स्तर से चाकू उद्योग के लिए लाइसेंस से छूट और जीएसटी के दायरे से बाहर रखने के लिए भी विचार किया जा रहा है। विधायक आकाश सक्सेना ने कहा कि रामपुर को नए रामपुर के रूप में आगे बढ़ाना है और इसके लिए सभी का सहयोग बहुत जरूरी है। वहीं, मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े चाकू को तैयार कराने की बुनियाद काफी पहले रखी गई थी। यह चाकू रामपुर की सिर्फ पहचान ही नहीं, बल्कि यहां के शिल्प और आजीविका की पहचान भी है। रामपुर में चाकू का हुनर विश्व के प्राचीन चाकू हुनर में से एक है। इस चाकू की स्थापना का उद्देश्य जिले में चाकू उद्योग को प्रोत्साहित करना है तथा इससे जुड़े लोगों को आजीविका के संसाधनों से जोड़ते हुए रोजगार के अवसरों को बढ़ाने पर जोर देना है।
 

Pradesh 24 News
       
   

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button