म.प्र. निपुण प्रोफेशन में युवाओं का 10 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू
भोपाल
स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरुण शमी ने कहा कि, हमें प्रदेश में ऐसी शिक्षा व्यवस्था तैयार करना है जो दीर्घगामी हो और आगामी लम्बे समय तक निरन्तर रहे। इसलिए भविष्य की आवश्कताओं के आकलन और विद्यार्थियों के सर्वागींण विकास के दृटिगत एक ठोस शैक्षिक व्यवस्था के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। श्रीमती शमी मध्यप्रदेश निपुण प्रोफेशन प्रोग्राम में चयनित युवाओं के प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन कर रही थी।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत वर्ष 2026-27 तक कक्षा 3 तक के सभी बच्चों द्वारा बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान हासिल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गयी है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन' पूरे देश में चलाया जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये 2021 में मिशन अंकुर प्रारंभ किया गया है। मैदानी स्तर पर मिशन अंकुर के प्रभावी क्रियान्वयन और पर्यवेक्षण के लिए राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा प्रतिष्ठित संस्थान टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबई के सहयोग से मध्यप्रदेश निपुण प्रोफेशनल्स कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इस कार्यक्रम में प्रत्येक जिले में एक-एक युवा को संबंधित जिला प्रशासन को मिशन अंकुर के प्रभावी क्रियान्वयन में सहयोग देने का दायित्व सौंपा गया है। कार्यक्रम से जुड़ने के लिए हजारों की संख्या में युवाओं के आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से 52 युवा और उत्साही प्रोफेशनल्स का चयन किया गया है। चयनित युवा कार्यक्रम क्रियान्वयन और निगरानी में डेटा-आधारित निर्णय लेने, सिस्टम क्षमताओं को बढ़ाने और धरातल पर काम की निरंतरता में जिला प्रशासन को सहायता प्रदान करेंगे। सभी चयनित युवाओं का 10 दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण 1 से 10 अगस्त तक आयोजित किया गया है।
प्रमुख सचिव श्रीमती शमी ने कहा कि, देश के युवाओं के लिए मध्य प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार का यह एक अनूठा अवसर है। चयनित युवा "एक NIPUN प्रोफेशनल के रूप में, आप राज्य भर के सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 3 तक के लगभग 23 लाख छात्रों को सार्थक शिक्षा प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे"। उद्घाटन सत्र को राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक धनराजू एस और आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने भी संबोधित किया।