रायपुर
छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के तत्वावधान में छत्तीसगढ़ युवा विप्र संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सफल व्यक्तित्व के हनुमान मंत्र विषय पर व्याख्यान को संबोधित करते हुए डॉ. आदित्य शुक्ला (वरिष्ठ वैज्ञानिक बेंगलुरु) ने बताया कि हनुमान की साधना करके हर व्यक्ति अपने जीवन को सफल और सार्थक बना सकता है प्रत्येक व्यक्ति की परिस्थिति और मनोस्थिति दो प्रकार की समस्याएं होती है परिस्थिति हमारे वश में नहीं होता और मनोस्थिति परिस्थिति पर निर्भर करता है ।हम बाहरी चीजों पर निर्भर रहते हैं।
साधना प्रक्रिया द्वारा परिस्थिति और मनोस्थिति के बीच सामंजस्य स्थापित किया जा सकता है। अपनी साधना के बल पर अपना लक्ष्य प्राप्त करने की प्रेरणा हनुमान देते हैं। हनुमान स्वयं हमारा संकट दूर नहीं करेंगे, पर हनुमान की साधना से हम अपना संकट कैसे समाप्त कर सकते हैं ,इसकी प्रेरणा हमें प्राप्त होती है। हनुमान से हम सीख सकते हैं कि सफलता के लिए संसाधनों का संग्रहण से ज्यादा उसका समुचित और विवेकपूर्ण उपयोग करना ज्यादा आवश्यक है। इसलिए अपनी शक्ति का आहवान करें ,शक्ति को संभालना शुरू करें ।कुमति से दूर रहें और सुमति का संगति करें। राम नाम सुने। राम नाम के सौंदर्य में रस लेना सीखें, हनुमान हमें यही मंत्र देते हैं।
इससे हम मनुष्य होने की पात्रता हासिल करते हैं।नर से नारायण बनने की प्रक्रिया में प्रवेश करते हैं और इस प्रक्रिया की योग्यता प्रदान करने वाले साधनों का समूह व्यक्तित्व होता है। हमारा शरीर वायु, अग्नि, पानी, मिट्टी, आकाश 5 तत्व से बना है ,इस जड़ तत्व से बना शरीर में चेतन का विकास व्यक्तित्व है। हनुमान जी प्रतिक्रियाओं से अप्रभावित रहना सिखाते हैं ।लोगों की प्रतिक्रिया कर्म को देखकर होता है, लक्ष्य को देखकर नहीं। जब हम लक्ष्य की ओर बढ़ते जाते हैं लोगों की प्रतिक्रिया बदलती जाती है। इसलिए पूर्वाग्रह से मुक्त होकर आत्मविस्मृति से आत्म साक्षात्कार की ओर ,परिस्थिति और मनोस्थिति के बीच सामंजस्य रखते हुए बढ?े की सीख हम हनुमान से प्राप्त कर सकते हैं। अत: हनुमान की साधना करके अपने जीवन को सफल और सार्थक बनाएं। भगवान ना प्रश्न है ना उत्तर में है पर भगवान को मान लेने से हर प्रश्न का उत्तर मिल जाता है।
इसके पूर्व डॉ. आदित्य शुक्ला का स्वागत विप्र भवन प्रबंध समिति के अध्यक्ष नरेंद्र तिवारी ,कृषक कल्याण परिषद छत्तीसगढ़ शासन के अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा और पूर्व जिलाधीश शिवकुमार तिवारी ने किया। अंत में आभार प्रदर्शन करते हुए योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने कहा कि डॉ. आदित्य शुक्ला का नाम सुने थे पर आज सुनने से एहसास हुआ कि व्यक्ति विकास के लिए हनुमान मंत्र से कोई भी अपने जीवन को सफल और सार्थक बना सकता है ।इस अवसर पर छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज के सदस्य एवं विप्र युवा वर्ग बड़ी संख्या में उपस्थित होकर व्यक्ति विकास के लिए हनुमान मंत्र व्याख्यान का लाभ प्राप्त किया।