लखनऊ के सरकारी अस्पताल में अगले महीने से IVF की सुविधा होगी शुरू
लखनऊ
अगर आपकी शादी को लंबा वक्त हो गया है, लेकिन कोई भी संतान नहीं है और बजट न होने की वजह से आप महंगे सेंटर पर जाकर आईवीएफ नहीं करा पा रहे हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. दरअसल किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आने वाले सबसे बड़े महिला अस्पताल क्वीन मेरी में आईवीएफ की सुविधा अगले महीने से शुरू हो जाएगी. इनफर्टिलिटी का काम फिलहाल शुरू कर दिया गया है. अगले महीने से आईवीएफ भी मरीज करा सकेंगे.
बता दें कि वर्ष 2020 में कोविड-19 के दौरान यहां पर आईवीएफ की सुविधा बंद कर दी गई थी. तब से लेकर अभी तक शुरू नहीं की गई थी. इन तीन साल के दौरान मरीजों को निजी महंगे आईवीएफ सेंटर और अस्पतालों में जाना पा रहा था, जिससे उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. एक बार फिर से क्वीन मेरी अस्पताल में आईवीएफ शुरू होने से निःसंतान लोगों को परेशान नहीं होना पड़ेगा.
इतनी है कीमत
क्वीन मेरी अस्पताल की आईवीएफ सेंटर की हेड अंजू अग्रवाल ने बताया कि इनफर्टिलिटी का काम शुरू कर दिया गया है. अस्पताल में आईवीएफ अगले महीने से शुरू कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि आईवीएफ यहां पर कराने के लिए गुरुवार के दिन पंजीकरण कराना होता है, लेकिन अगर गुरुवार को छोड़कर भी किसी दिन कोई महिला आती है तो भी उसका पंजीकरण कर लिया जाता है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यहां पर आईवीएफ के लिए मरीजों से सिर्फ 35000 रुपये जमा कराए जाते हैं. इसके अलावा उनसे कोई भी पैसा नहीं लिया जाता है.
निःसंतान लोगों के लिए वरदान है आईवीएफ
अंजू अग्रवाल ने बताया कि आईवीएफ मतलब इन विट्रो फर्टिलाइजेशन, इसे आम बोलचाल में टेस्ट ट्यूब बेबी भी कहते हैं. ये प्राकृतिक रूप से गर्भधारण में विफल दंपतियों के लिए गर्भधारण का सफल माध्यम बन सकता है. इससे उन्हें माता-पिता बनने का सुख मिलता है.