आईआईटी गांधीनगर के विशेषज्ञ करेंगे यूपी के शिक्षकों को ट्रेंड
लखनऊ.
उत्तर प्रदेश के विशेष योग्यता वाले शिक्षकों को योगी सरकार आईआईटी गांधीनगर के विशेषज्ञों के माध्यम से प्रमुख विषयों खासकर स्टेम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, आर्ट्स और मैथ) में दक्ष बनाएगी और फिर इसका लाभ अन्य शिक्षकों और छात्रों तक पहुंचेगा। योजना के तहत आईआईटी गांधीनगर के विशेषज्ञों द्वारा कुल 80 ऑनलाइन सेशन आयोजित किए जाएंगे और प्रत्येक सप्ताह एक सेशन का आयोजन होगा। वर्ष 2022-23 में भी उत्तर प्रदेश के विशेष योग्यता वाले शिक्षकों के लिए आईआईटी गांधीनगर के विशेषज्ञों द्वारा 5 दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इसे और प्रभावी बनाने के लिए अब ऑनलाइन माध्यम से लाइव सेशन के जरिए प्रदेश की शिक्षा के स्तर को ऊपर उठाने के मिशन में जुटा जाएगा।
प्रत्येक गुरुवार को आयोजित होंगे सत्र
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद के अनुसार, शैक्षिक सत्र 2023-24 में कार्यक्रम की निरंतरता को बनाए रखने तथा प्रदेश के समस्त उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्टेम की अवधारणा को प्रभावी तरीके से लागू करने के लिए प्रदेश के विज्ञान तथा गणित के एआरपी, एसआरजी और मास्टर ट्रेनर्स के लिए आईआईटी गांधीनगर गुजरात द्वारा 80 ऑनलाइन सत्र संचालित करने का निर्णय लिया गया है। यह ऑनलाइन सत्र प्रत्येक सप्ताह गुरुवार के दिन शाम तीन से चार बजे के मध्य संचालित होंगे।
इसी तरह प्रथम सत्र का आयोजन 20 जुलाई को शाम तीन से चार के बीच होगा। इसके बाद हर हफ्ते गुरुवार को ऑनलाइन सत्र संचालित होंगे। निर्देशित किया गया है कि इन सत्रों में जनपद के समस्त एसआरजी, एआरपी, मास्टर्स ट्रेनर्स, डायट मेंटर (गणित/विज्ञान) तथा केजीबीवी के गणित एवं विज्ञान के शिक्षक-शिक्षिकाओं को अनिवार्य रूप से हिस्सा लेना होगा। इन सत्रों में कागज से गणित के खेल, मोमबत्ती से विज्ञान, पहाड़े का गणित, स्कूल के आंगन में छिपा जीव विज्ञान जैसी थीम पर सत्रों का आयोजन किया जाएगा।
शिक्षकों का हो रहा क्षमता संवर्द्धन
समग्र शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा बीते दो वर्षों से विज्ञान तथा गणित को रोचक एवं सरल तरीके से कक्षाओं में रूपांतरित करने तथा शिक्षकों के क्षमता संवर्द्धन के लिए विभिन्न तरह की गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इसी कड़ी में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की बालिकाओं में क्यूरियॉसिटी कार्यक्रम के तहत विज्ञान की अवधारणाओं को रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिससे बालिकाओं में विज्ञान के प्रति बेहतर समझ विकसित हुई है। वर्ष 2022-23 में 250 एसआरजी एवं मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आईआईटी गांधीनगर में 5 दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभाग किया गया, जबकि 335 एसआरजी, एआरपी, मास्टर ट्रेनर्स और केजीबीवी के गणित एवं विज्ञान के शिक्षक-शिक्षिकाओं को सीमैट, प्रयागराज में प्रशिक्षण प्रदान करते हुए आगामी सत्रों के लिए रणनीति विकसित की गई है।