थलापति विजय ने गरीब बच्चों की पढ़ाई का उठाया जिम्मा
मुंबई
दक्षिण भारतीय फिल्मों के जानेमाने अभिनेता थलापति विजय ने गरीब बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा उठाया है। थलपति विजय अपने एक्टिंग के साथ-साथ अपने नेक कामों के लिए भी जानें जाने लगे हैं। थलपति विजय जल्द ही गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए अपना एक इंस्टीट्यूट खोलने जा रहे हैं, जिसका नाम थलपति विजय इंस्टीट्यूट होगा। थलापति विजय तमिलनाडु के 234 निर्वाचन क्षेत्रों में 'थलापति विजय संस्थान' शुरू करने जा रहे हैं। उनकी इस पहल का उद्देश्य गरीब छात्रों को शिक्षा प्रदान थलापति विजय ,फैन क्लब, कल्याण संगठन और मक्कल इयक्कम के माध्यम से 'थलापति विजय इंस्टीट्यूट' शुरू करने वाले हैं।
पंकज त्रिपाठी अभिनीत ''मैं अटल हूं'' की शूटिंग पूरी
मुंबई
जब से पंकज त्रिपाठी अभिनीत ''मैं अटल हूं'' का फर्स्ट लुक जारी हुआ है, तब से दर्शक अभिनेता द्वारा भारत के लोकप्रिय प्रधान मंत्री, अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन को पर्दे पर उतारने और रवि जाधव द्वारा निर्देशित और ऋषि विरमानी एवं रवि जाधव द्वारा लिखित उनके जीवन पर सिनेमाई उत्कृष्ट कृति का अनुभव करने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
शूटिंग शेड्यूल के दौरान फिल्म के निर्माताओं ने उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और फिल्म पर विस्तार से चर्चा की। आज फिल्म ने मुंबई में अपना आखिरी शेड्यूल खत्म किया। मुंबई, दिल्ली, कानपुर और लखनऊ के अलग-अलग स्थानों पर 45 दिनों में शूट की गई यह फिल्म दर्शकों को अटल बिहारी वाजपेयी के बचपन और असाधारण राजनीतिक यात्रा से रूबरू कराएगी। शानदार कलाकारों के सहयोग से बनी यह फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी।
भानुशाली स्टूडियोज लिमिटेड और लीजेंड स्टूडियोज प्रोडक्शन, ''मैं अटल हूं'' को विनोद भानुशाली, संदीप सिंह, सैम खान और कमलेश भानुशाली द्वारा बनाया गया है।
स्वतंत्रता सेनानी 'बाघा जतिन' के जीवन पर आधारित फिल्म दुर्गा पूजा के दौरान प्रदर्शित होगी
कोलकाता
'बाघा जतिन' के नाम से मशहूर स्वतंत्रता सेनानी जतींद्रनाथ मुखोपाध्याय के जीवन पर आधारित फिल्म दुर्गा पूजा के मौके पर पूरे पश्चिम बंगाल में प्रदर्शित की जाएगी। अरुण रॉय के निर्देशन में बन रही फिल्म 'बाघा जतिन' में अभिनेता देव मुख्य किरदार में नजर आएंगे।
'8/12 बिनय बादल दिनेश' और 'एगारो' जैसी पीरियड फिल्में बनाने वाले रॉय ने शनिवार को बताया कि स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी कहानियों ने उन्हें हमेशा आकर्षित किया है। मयूरभंज (ओडिशा) के जंगलों में ब्रिटिश पुलिस के साथ भीषण गोलीबारी के बाद 10 सितंबर 1915 को जतींद्रनाथ मुखोपाध्याय की 35 वर्ष की आयु में मौत हो गई थी। वह युगांतर और अनुशीलन समिति जैसे क्रांतिकारी समूहों के सदस्य थे।
रॉय ने कहा कि यह फिल्म इस बात पर केंद्रित होगी कि मुखोपाध्याय को क्रांतिकारी बनने की प्रेरणा कैसे मिली। उन्होंने बताया कि 'बाघा जतिन' बांग्ला भाषा में रिलीज होगी और इसका हिंदी रुपांतरण भी पेश किया जाएगा। रॉय के मुताबिक, मुखोपाध्याय को 'बाघा जतिन' नाम तब मिला था, जब उन्होंने 1906 में वर्तमान बांग्लादेश के कायाग्राम गांव में भटककर आए एक बाघ को अकेले ही मार डाला था।
अभिनेता देव ने एक ट्वीट में कहा, "दुर्गा पूजा और नवरात्रि के शुभ अवसर पर, हम गर्व से फिल्म 'बाघा जतिन' पेश करेंगे। सिनेमाघरों में जल्द दस्तक देने वाली यह फिल्म देव एंटरटेनमेंट की अब तक की सबसे बड़ी परियोजना है।"