पैडी उपटन के होने से दबाव से निपटने में मदद मिलेगी : फुल्टन
नई दिल्ली
भारतीय हॉकी के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन का मानना है कि पैडी उपटन की सेवायें मिलने से उनके खिलाड़ियों को आगामी एशियाई चैम्पियंस ट्राफी और हांगझोऊ एशियाई खेलों में दबाव से निपटने में मदद मिलेगी।
हॉकी इंडिया ने हाल में मानसिक अनुकूलन विशेषज्ञ पैडी उपटन से करार किया है, जो उस भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा थे जिसने 2011 वनडे विश्व जीता था।
हॉकी इंडिया द्वारा जारी विज्ञप्ति में फुल्टन ने कहा, ''खेल में जो खिलाड़ी मानसिक रूप से मजबूत होते हैं, वे सामान्यत: सबसे निरंतर रहते हैं और हारने के बजाय ज्यादा जीत हासिल करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ''अगर आप निरंतर प्रतिद्वंद्वी टीम की तुलना में सही चीजें करते हो तो आपको सामान्यत: नतीजा मिल जायेगा या फिर आप नतीजा हासिल करने के करीब तक पहुंचोगे। इसलिये पैडी उपटन को टीम से जोड़ने का यह प्रमुख कारण यही था।’’
भारतीय टीम तीन अगस्त से चेन्नई में शुरू होने वाली एशियाई चैम्पियंस ट्राफी में खेलेगी जिसके बाद हांगझोऊ एशियाई खेल में हिस्सा लेगी जिसके जरिये भारतीय टीम 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए सीधे क्वालीफाई करने का प्रयास करेगी। इन दोनों टूर्नामेंट में टीम को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना होगा।
सिंधू, सेन क्वार्टर फाइनल में पहुंचे, शंकर भी जीते
काउंसिल ब्लफ्स
दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधू और लक्ष्य सेन ने सीधे गेम में जीत दर्ज करके यहां अमेरिका ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला और पुरुष एकल क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई।
दो बार की ओलंपिक पदक विजेता तीसरी वरीयता प्राप्त सिंधू ने कोरिया की सुंग शुओ युन को 21-14, 21-12 से हराया। पिछले सप्ताह अपने कनाडा ओपन सुपर 500 खिताब जीतने वाले सेन ने चेक गणराज्य के जेन लोदा को 39 मिनट में 21-8, 23-21 से हराया।
सिंधू का अगला मुकाबला चीन की गाओ फांग जी से होगा, जबकि पुरुष एकल में मुकाबला दो भारतीय के बीच होगा। तीसरी वरीयता प्राप्त सेन चेन्नई के 19 वर्षीय एस शंकर मुथुसामी से भिड़ेंगे।
विश्व जूनियर चैंपियनशिप (2022) के रजत पदक विजेता ने प्रभावशाली प्रदर्शन करते हुए इजराइल की मिशा जिल्बरमैन पर 21-18, 21-23, 21-13 से जीत दर्ज की।
सिंधु को सुंग के खिलाफ ज्यादा पसीना नहीं बहाना पड़ा। सिंधु ने शुरुआत में ही 7-2 की बढ़त बना ली और फिर इसे 13-5 कर लिया।
सुंग ने इस अंतर को 11-14 करने में सफल रही लेकिन सिंधू ने इसके बाद अपने दमदार खेल से उनकी वापसी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
सिंधू को दूसरे गेम की शुरुआत में सुंग से कड़ी टक्कर मिली। सुंग ने 5-3 की मामूली बढ़त हासिल की लेकिन सिंधू ने इसे 7-7 से बराबर किया और फिर 11-8 की बढ़त ले ली।
स्कोर 16-12 होने के बाद सिंधू ने लगातार पांच अंक जुटा कर मुकाबला अपने नाम कर लिया।
सेन ने चेक गणराज्य के खिलाड़ी के खिलाफ पहले गेम में अपना दबदबा कायम किया। उन्होंने 6-1 की बढ़त लेने के बाद इसे बढ़ाकर 17-5 कर लिया। इसके बाद उन्हें इस गेम को जीतने में ज्यादा परेशानी नहीं हुई।
सेन को हालांकि दूसरे गेम में 39 साल के खिलाड़ी ने कड़ी चुनौती दी जेन ने 8-5 की बढ़त लेकर सेन को चौंका दिया। उन्होंने अपनी बढ़त को 19-14 किया लेकिन सेन ने इसके बाद शानदार वापसी की। इस भारतीय खिलाड़ी ने स्कोर को 19-19 बराबर करने के बाद कुछ शानदार बचाव किये और मुकाबला अपने नाम कर लिया।