निगम की कायाकल्प योजना से 10 वार्डों में 10 करोड़ से अधिक का काम
भोपाल
भोपाल नगर निगम की कायाकल्प योजना एमआईसी सदस्यों के लिए लॉटरी साबित हो रही है। इस योजना के तहत करोड़ों के काम से उनके वार्डों को चमकाया जा रहा है। एमआईसी मेंबर के वार्डों मेें इस योजना के तहत भूमिपूजन का काम जारी है। जानकारी के अनुसार अभी 10 एमआईसी मेंबर के दस वार्डों में करीब 10 करोड़ का काम शुरू होने को है। भाजपा पार्षद इस पक्षपात से दुखी हैं पर बोल नहीं पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के पार्षद खुलकर बोल रहे हैं।
कांग्रेस के पार्षद बोले : योजना का लाभ सभी 85 पार्षदों को मिले
इस योजना का लाभ सभी 85 पार्षदों को मिलना चाहिए, लेकिन इसका लाभ सिर्फ भाजपा शासित विधानसभा के पार्षदों विशेषकर एमआईसी सदस्यों को ही मिल रहा है। दक्षिण – पश्चिम विधानसभा के कांग्रेस पार्षदों के वार्ड में कायाकल्प योजना से कोई काम नहीं हो रहे। नेता प्रतिपक्ष शबिस्ता जकी का कहना है कि हमसे पूछा भी नहीं गया।
पार्षद निधि की फाइलें उलझी
कायाकल्प योजना की बात तो दूर, कांग्रेस पार्षदों को पार्षद निधि की फाइल उलझा रखी है। कांग्रेस पार्षद ने बताया कि परिषद की बैठक में कहा गया था कि पार्षदों को 100 प्रतिशत राशि वार्ड में विकास कार्य के लिए दी जाए, लेकिन महापौर और कमिश्नर ने पार्षद निधि की फाइलों को 25 और 50 प्रतिशत राशि देने में उलझा रखा है।
योजना में सड़कों को दी गई प्राथमिकता
कायाकल्प योजना में वार्ड की सड़कों को प्राथमिकता दी गई है। जानकारी के अनुसार इस योजना से सबसे अधिक सड़कों के निर्माण और डामरीकरण पर पैसा खर्च किया जा रहा है। इसके अलावा पार्षद की डिमांड पर अन्य विकास कार्य भी करवाए जा रहे हैं। जैसे पेविंग ब्लाक, कम्युनिटी हॉल निर्माण आदि।
महापौर मालती राय का कहना है कि वार्डों में प्राथमिकता के आधार पर विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। भेदभाव नहीं होता है।