बिलासपुर
एसईसीएल ने वित्तीय वर्ष 23-24 में अब तक 50 मिलियन टन कोयला डिस्पैच हासिल कर लिया है। कंपनी की स्थापना के बाद से यह अभी तक का सबसे कम समय में हासिल किया गया 50 एमटी डिस्पैच का आंकड़ा है। पिछले वर्ष कंपनी ने समान अवधि में लगभग 44 मिलियन टन कोयला डिस्पैच किया था और इस प्रकार इस वित्तीय वर्ष में कंपनी ने 13त्न की वृद्धि दर्ज की है। उपरोक्त में सर्वाधिक 40 मिलियन टन कोयला पावर सेक्टर को डिस्पैच किया गया है। गर्मी के मौसम में विद्युत संयन्त्रों को रिकॉर्ड कोयले की आपूर्ति की गई जिससे पावर प्लांट्स में कोयले की समुचित उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी है।
कुल 50 मिलियन टन कोयला डिस्पैच में कोरबा जिले में अवस्थित कंपनी की मेगा परियोजनाओं गेवरा, दीपका, एवं कुसमुंडा ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। एसईसीएल दीपका क्षेत्र ने 9.85 एमटी, गेवरा ने 15.15 एमटी, एवं कुसमुंडा क्षेत्र ने 11.67 एमटी का योगदान दिया है। इस प्रकार कुल डिस्पैच में तीनों मेगा परियोजनाओं की हिस्सेदारी 73 फीसदी से अधिक रही है।
विदित हो कि कंपनी ने पिछले वित्तीय वर्ष 22-23 में अब तक का सर्वाधिक 166 मिलियन टन कोयला उत्पादन दर्ज किया है। इस वर्ष के लिए कंपनी को 200 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य मिला है।