NDA की बड़ी बैठक से विपक्षी एकता को करारा जवाब देगी भाजपा, ये नेता होंगे शामिल
नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को लेकर बनाए जा रहे माहौल के जबाब में भाजपा भी ज्यादा मजबूत एकता के साथ राजग की बड़ी बैठक कर सकती है। इसका खाका जल्द तैयार करने की संभावना है। राजग में अभी छोटे-बड़े 30 दल शामिल हैं, जिनमें 17 दलों का संसद में प्रतिनिधित्व है। राजग के विस्तार के लिए भाजपा कुछ और दलों को अपने साथ जोड़ सकती है।
संसद के मानसून सत्र से पहले विपक्ष बेंगलुरु में अपनी एकजुटता को लेकर बड़ी बैठक करने जा रहा है। इसमें 24 दलों के शामिल होने की संभावना है। इससे पहले पटना बैठक में 15 विपक्षी दल शामिल हुए थे। इस बीच, भाजपा ने भी राजग को लेकर सक्रियता दिखाई है। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष की ओर से भावी एकता व गठबंधन की कोशिशों से बनने वाले माहौल को ध्वस्त करने के लिए राजग की भी बड़ी बैठक हो सकती है। हालांकि, संसद सत्र से पहले 19 जुलाई को राजग के संसदीय दल के नेताओं की बैठक होनी है। इससे पहले 18 जुलाई को राजग नेताओं की बैठक बुलाए जाने की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।
अभी से माहौल बनाने में जुटी भाजपा
देश की राजनीति अब पूरी तरह से लोकसभा चुनाव की भावी रणनीति पर केंद्रित है। भाजपा की कोशिश अभी से पूरे माहौल को अपने पक्ष में करने की है। भाजपा उन संभावनाओं को खत्म कर देना चाहती है कि विपक्षी एकता की कवायद से उसे किसी तरह का नुकसान पहुंचे। यही वजह है कि वह विपक्ष की कोशिशों को परवान चढ़ने से पहले ही माहौल पर हावी होना चाहती है। राजग में अभी भाजपा के अलावा दूसरी बड़ी पार्टी शिवसेना का शिंदे गुट है, जिसके पास सांसदों का आंकड़ा दहाई में है। बाकी सभी सहयोगी दलों के पास दस से कम सांसद हैं।
एनडीए की बैठक में कौन-कौन होंगे शामिल
राजग में शामिल दलों में अब एनसीपी का अजित पवार गुट भी है। राजग के जिन दलों का संसद में प्रतिनिधित्व है, उनमें भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), लोक जनशक्ति पार्टी (पारस गुट), अपना दल, एनपीपी, एनडीपीपी, एनसीपी (अजित पवार गुट), आजसू, एसकेएम, एमएनएफ, एनपीएफ, एआईएडीएमके, आरपीआई (ए), अगप, पीएमके, टीएमसी (एम) व यूपीपीएल शामिल हैं। इसके अलावा राजग के अन्य सहयोगी दलों में बीपीएफ, एमजीपी, जेजेपी, पीजेपी, आरएसपी, जेएसएस, केपीए, यूडीपी, एचएसपीडीपी, निषाद पार्टी, एआईएनआरसी और हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, भाजपा का अंदरूनी तौर पर जिन दलों के नेताओं से संपर्क होने की चर्चाएं हैं, उनमें चिराग पासवान, ओम प्रकाश राजभर, सुखबीर बादल, जंयत चौधरी, मुकेश सहनी, उपेंद्र कुशवाहा, नागमणि और चंद्रबाबू नायडू के नाम शामिल हैं। हालांकि, इस संबंध में अभी इन दलों या भाजपा की तरफ से कोई पुष्टि नहीं की गई है।