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उत्तराखंड : मूसलाधार बारिश से नदियों का बढ़ रहा जलस्तर, मौसम विभाग ने चार दिन के लिए जारी किया अलर्ट

  • -मुख्यमंत्री ने आपदा विभाग और जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने के दिये निर्देश
  • -यात्रियों से की अपील, मौसम की जानकारी लेकर ही यात्रा करें, विभाग ने रेड और आरेंज अलर्ट किया है जारी
  • -उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक, दो मकान गिरने से दो की मौत

देहरादून
 उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक लगातार मूसलाधार बारिश से नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है। पर्वतीय क्षेत्रों में भूस्खलन का भी खतरा बना हुआ है। बारिश के कारण जहां 89 सड़कें बंद हुई हैं वहीं दो मकान गिरने से दो लोगों की मौत हो गई है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए राज्य में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज और रेड अलर्ट की चेतावनी जारी की है। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है। मुख्यमंत्री ने आपदा विभाग और जिलाधिकारियों मौसम की चेतावनी के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य में हो रही है लगातार बारिश को देखते हुए आपदा विभाग और जिला अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने राज्य में आने वाले यात्रियों से मौसम को देखते हुए यात्रा करने की अपील की है।

देहरादून सहित प्रदेश भर में देर रात्रि से ही मूसलाधार बारिश का क्रम  भी रुक-रुक जारी है। राज्य में पिछले सप्ताह से लगातार हो रही बारिश से लोगों का घरों से निकलना दुश्वार हो गया है। नदी-नाले बारिश के पानी से उफना गए है। राज्य में उत्तरकाशी, टिहरी गढ़वाल और देहरादून जनपद के लिए रेड और अन्य जनपद के लिए ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी की गई है।

जिला आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्राप्त सूचना के  लगभग 03 बजे जनपद ऊधम सिंह नगर के तहसील काशीपुर क्षेत्रान्तर्गत ग्राम मिस्सरवाला में अतिवृष्टि होने के कारण 02 मकानों के क्षतिग्रस्त हो गए। इसमें 02 लोगों की मौत हो गई और 01 घायल होने की सूचना है। उपरोक्त घायल को उप जिला चिकित्सालय काशीपुर में भर्ती कराया गया है।

मृतकों में 65 वर्षीय नसीर अहमद पुत्र वजीर शाह, 60 वर्षीय मोहम्मदी पत्नी नसीर अहमद शामिल हैं जबकि 18 वर्षीय कु. मनतसा घायल है। यह मृतक नसीर अहमद की नवासी है।

बारिश के कारण जौनसार बावर सहित कई जगह पहाड़ दरक गए हैं। राज्य में पिछले दो दिनों में कुल 222 मार्ग बंद हुए हैं। इनमें से 165 मार्गों को खोला गया। शनिवार को 89 बंद मार्ग में 57 को खोल दिया गया है। शेष मार्गों को खोलने का कार्य किया जा रहा है।

भूस्खलन की वजह से लोनिवि साहिया के स्टेट हाईवे समेत चार, लोनिवि निर्माण खंड देहरादून के एक, लोनिवि चकराता के दो, पीएमजीएसवाइ कालसी के तीन मोटर मार्ग बंद को खोला जा रहा है।

मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि राज्य में अगले चार दिन बादल छाये रह सकते हैं। ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश का क्रम बना रहने के आसार हैं। देहरादून, हरिद्वार, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत में कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। अन्य जिलों में भी तीव्र बौछारें पड़ने के आसार हैं।

नदियों के जल स्तर में हो रही वृद्धि को देखते हुए सावधानी बरतने के निर्देश-

सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा के निर्देश पर राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से जिलाधिकारी हरिद्वार को बारिश के कारण जनपद की नदियों के जल स्तर में हो रही वृद्धि की संभावना को देखते हुए सावधानी बरतने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।

अधिकारी,कर्मचारी मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं करेंगे –

केन्द्रीय जल आयोग कार्यालय अधिशासी अभियन्ता हिमालयी गंगा मण्डल, हरिद्वार से प्राप्त दैनिक जल स्तर एवं पुर्वानुमान बाणगंगा (रायसी) हरिद्वार में जलस्तर में वृद्धि हो रही है। किसी भी आपदा व दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्रवाई करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने, आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारियों एवं विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट में रहने को कहा गया है।

समस्त राजस्व उपनिरीक्षकों , ग्राम विकास अधिकारियों , ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने क्षेत्रों में बने रहेंने,समस्त चौकी,थाने को भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहने के निर्देश दिये गये हैं। उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी,कर्मचारी को मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं करेंगे। आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में रखकर तैयार रहेंगे। फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल सुविधा की व्यवस्था के साथ मुस्तैद रहना है।

उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन पर रोक –

असामान्य मौसम, भारी बारिश की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन की अनुमति न देने, नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर करने, केन्द्रीय जल आयोग के लिंक http//ffs.india-water.gov.in से जलस्तर / खतरे की स्थिति की सतत मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश जारी किये गए हैं।

समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष के फोन नम्बरों 0135-2710335, 2664314, 2664315 2664316, फैक्स नं. 0135-2710334, 2664317. टोल फ्री नं. 1070, 9058441404 व 8218887005 पर तत्काल देने के भी निर्देश जारी किए गए हैं।

 

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