बिलासपुर
दो साल पहले सड़क हादसे में घायल युवक के हाथ में लगे लोहे की राड को निकालने आपरेशन के दौरान युवक की मौत हो गई। घटना से सकते में आए स्वजन ने डाक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। उन्होंने इसकी शिकायत सिविल लाइन थाने में की है। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा करते हुए कहा कि, एनेस्थीसिया का हाई डोज देने से मौत हुई है। सिविल लाइन थाना क्षेत्र की घटना है।
खमरिहया निवासी प्रवेश कुमार कौशिक (27) का दो साल पहले एक्सीडेंट हुआ था। जिससे उसके बाएं हाथ की कोहनी में चोट लगी थी। इस पर मंगला चौक स्थित बिलासपुर हॉस्पिटल में उसका इलाज चला था। इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसके हाथ का ऑपरेशन करके रॉड लगाया था। जिसे बाद में निकलवाने की सलाह भी दी थी।
बाइक से गिरकर हुआ था घायल
परिजनों ने बताया, दो साल पहले प्रवेश कुमार बाइक से बिलासपुर जा रहा था। तभी कानन पेंडारी के पास गिर गया था। इस हादसे में उसके हाथ में गंभीर चोट लगी थी। परिजनों ने उसे इलाज के लिए बिलासपुर अस्पताल में भर्ती कराया था। इसके बाद से वह बिल्कुल स्वस्थ्य था।
ऑपरेशन कराने आया था युवक
परिजनों के अनुसार दो साल पहले हुए ऑपरेशन के दौरान डॉ. गोपेंद्र दीक्षित ने उसके हाथ का ऑपरेशन करके रॉड लगाया था। इलाज के बाद उन्होंने रॉड निकालने की बात कही थी। दो साल बाद युवक अपने परिजन के साथ हाथ में लगे रॉड निकलवाने के लिए बिलासपुर हॉस्पिटल गए थे। गुरुवार को जांच के बाद शुक्रवार को उसका ऑपरेशन होना था।
करीब शाम 4 बजे उसे ऑपरेशन थिएटर ले जाया गया। ऑपरेशन थिएटर लेकर जाने के कुछ देर बाद उसके चीखने-चिल्लाने की आवाज आई, जिसे सुनकर परिजन ऑपरेशन थिएटर के बाहर पहुंच गए। महज पांच मिनट के भीतर डॉक्टर बाहर निकला और परिजनों को बताया कि उसकी मौत हो गई है।