रायपुर
ईश्वर ने भले ही इन दिव्यांग बच्चों को बोलने व सुनने की शक्ति नहीं दी है किंतु इन्हें बुद्धि और हुनर का अद्भुत भंडार दिया है। यह उद्गार छत्रपति शिवाजी स्कूल के संस्थापक मुकेश शाह ने व्यक्त किए। श्री शाह बतौर मुख्य अतिथि अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के बच्चों की मूर्तिकला प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया।
ज्ञात हो कि अर्पण कल्याण समिति द्वारा राजेन्द्र नगर में संचालित अर्पण दिव्यांग पब्लिक स्कूल के बच्चे मूर्ति बनाना सीख रहे हैं। संचालनालय, पुरातत्व अभिलेखागार एवं संग्रहालय विभाग द्वारा स्कूल परिसर में शाला के मूक-बधिर बच्चों के लिए दस दिवसीय पुरातत्वीय प्लास्टर कास्ट प्रतिकृति प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया है। विभाग के आर्टिस्ट संजय झरबड़े इन्हें प्रशिक्षण दे रहे हैं। मुकेश शाह ने बच्चों की कला के प्रति समर्पण की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्कूल में एक ओर बच्चे प्रतिभा तराश रहे हैं वहीं दूसरी ओर स्कूल प्रबंधन पुरातत्व विभाग के आर्टिस्ट के माध्यम से इन बच्चों के हुनर को तराश रहा है।
श्री शाह ने कहा कि यहां आकर मुझे आत्मशांति मिली है। दिव्यांग बच्चों के लिए जितना भी किया जाए कम है। ये ईश्वर के प्रतिरूप हैं। स्कूल प्रबंधन ने इन बच्चों की नि:शुल्क शिक्षा, आवास व भोजन का बीड़ा उठाया है वह अनुकरणीय है। इस अवसर पर माध्यमिक शिक्षा मंडल के सदस्य पीआर वोहरा, संस्था के अध्यक्ष प्रकाश शर्मा, डायरेक्टर मृत्युंजय शुक्ला, प्राचार्य कमलेश शुक्ला, मोनिका गुप्ता आदि मौजूद थे।