भिलाई नगर
आनलाइन सट्टा महादेव बुक का पैनल संचालित करने वाले आरोपी लक्की को गिरफ्तार करने के लिए भट्टी पुलिस पहुंची हुई थी कि परिजनों ने ऐसा विरोध किया कि वह फरार होने में कामयाब हो गया। वहीं वैशाली नगर पुलिस ने झारखंड, बिहार व रामनगर सुपेला के रहने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। महादेव आईडी एम-229 के मास्टर माइंड फ्रैंस कैफे के अभय कुमार फरार हो गया। पुलिस ने यहां से एक लैपटाप, दस मोबाइल, आधार कार्ड, पैन कार्ड और बैंक खाते बरामद किए।
कल रात्रि भट्टी पुलिस के द्वारा सेक्टर 2 में गाडिय़ों की रूटीन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान एक चार चक्का गाड़ी को रोका गया जिसमें राजबीर सिंह निवासी आनंद चौक पांच रास्ता सुपेला भिलाई का मोबाइल चेक करने पर महादेव आईडी के लिए एकाउंट नंबर और आईडी, लकी निवासी सेक्टर-4 के द्वारा उपलब्ध कराया जाना जांच में मिला।
इसी सूचना पर भट्टी पुलिस द्वारा लक्की के घर आज अलसुबह सेक्टर 4 में दबिश दी गई। पुलिस ने बताया कि मौके पर लक्की और उसके भाई शराब के नशे में थे और लक्की को गाड़ी में बैठने का प्रयास भट्टी पुलिस कर्मी जब कर रहे थे, तभी लक्की ने विरोध करते हुए तीनों पुलिस कर्मियों पर चिल्लाना शुरू कर दिया और उसके भाई आकर उसे खींचकर ले जाने लगे। उन लोग की संख्या करीब 4 से 5 थी। इन लोगों ने लक्की को गाड़ी में बैठने नहीं दिया और उनके द्वारा चिल्लाने पर घर से लक्की की माँ आकर अपने लड़के को बचाते हुए उसे भगा दिया, पर तीनों पुलिस कर्मचारी लक्की एवं उसके परिवार का सामना नहीं कर सके और उनकी आंखों के सामने ही लक्की फरार हो गया। राजबीर सिंह के द्वारा रजत साहनी (25 वर्ष) निवासी पांच रास्ता सुपेला को एकाउंट बेचने पर रजत को भी थाना लाकर पूछताछ की जा रही है।
वहीं दूसरी ओर आरोपी वैशाली नगर क्षेत्र में किराये का मकान लेकर महादेव आनलाईन सट्टा लंबे समय से चला रहे थे। वैशाली नगर थाना क्षेत्र के गुरुनानक नगर के मकान में आॅनलाइन सट्टा महादेव पैनल चलाये जाने की सूचना पर पुलिस ने दबिश दी और वहां से महादेव सटोरिया विवेक सिंह (23 वर्ष) झारखंड, नीरज कुमार (22 वर्ष) बिहार और श्रीकांत देशमुख (30 वर्ष) रामनगर सुपेला को पुलिस ने पकड़ा है।विवेक का महादेव आईडी एम-229 है, इसका मास्टर माइंड फ्रैंस कैफे के पास गुरुद्वारा रोड के समीप गुरुनानक नगर सुपेला निवासी अभय कुमार मौके से फरार है।
एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि पकड़े गए आरोपी हर रोज 15 से 17 लाख का दांव लगवा रहे थे, जिन पर तकरीबन 60 फीसदी कमीशन के तौर पर सटोरियों को मुनाफा मिलता था। आरोपियों से लगभग 3 से 4 करोड़ के ट्रांजैक्शन का बहीखाता भी जब्त हुआ है। इस मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।