भोपालमध्यप्रदेश

रोजगार सहायकों के जीवन से अनिश्चिंतताएँ खत्म होंगी : मुख्यमंत्री चौहान

रोजगार सहायकों को मिलेगा 18 हजार रू. मानदेय
अवकाश सहित सेवा संबंधी कार्यों में भी मिलेंगी अनेक सुविधाएँ
प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने की महत्वपूर्ण घोषणाएँ

भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में कार्य कर रहे रोजगार सहायकों के हित में आज महत्वपूर्ण घोषणाएँ कीं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अब रोजगार सहायकों को मानदेय में वृद्धि सहित विभिन्न सुविधाओं का लाभ मिलेगा।

 मुख्यमंत्री चौहान की घोषणाएँ

1. वर्तमान में रोजगार सहायकों को मिल रहे मानदेय में वृद्धि की जाएगी। इसे दोगुना किया जाएगा। वर्तमान में 9,000 मासिक मानदेय के स्थान पर 18,000 मानदेय देने की व्यवस्था की जाएगी ।

2. अब रोजगार सहायकों की सेवा आसानी से समाप्त नहीं की जा सकेगी। विभागीय जाँच/ अन्य जाँच आदि के पश्चात, आवश्यक प्रक्रिया अपनाने के बाद ही कार्यवाही होगी।

3. सामान्य अवकाश सहित प्रसूति अवकाश आदि की सुविधा भी मिलेगी।

4. मातृत्व अवकाश के साथ ही पितृत्व अवकाश भी प्रदान किया जाएगा ।

5. पंचायत सचिव की नियुक्ति में 50 प्रतिशत स्थान रोजगार सहायकों के लिए सुरक्षित रहेंगे।

6. रोजगार सहायकों को भविष्य में स्थानांतरण और नियुक्ति से संबंधित कार्यों में पंचायत सचिवों के समान ही माना जाएगा। इसके लिए आवश्यक नियम बनाए जाएंगे।

 योजनाओं के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं रोजगार सहायक

मुख्यमंत्री चौहान ने मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आज शाम रोजगार सहायकों के प्रदेश स्तरीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि शासन की जन-कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में रोजगार सहायकों की विशेष भूमिका है। कोरोना काल में भी आम जनता और अन्य प्रदेशों के श्रमिकों को राहत देने में रोजगार सहायकों ने महत्वपूर्ण कार्य किया।

एक समय मनरेगा से संबंधित कार्य के लिए दायित्व निभाने वाले रोजगार सहायकों ने मनरेगा के क्रियान्वयन को व्यवस्थित करने के बाद राशन कार्ड बनवाने, संबल योजना, आयुष्मान कार्ड बनवाने, राष्ट्रीय परिवार सहायता कार्यक्रम और लाड़ली बहना योजना से संबंधित महत्वपूर्ण कार्यों को सफलतापूर्वक किया है। रोजगार सहायकों ने कम्प्यूटर सीखा और उसे चलाने में भी दक्ष बने। अनेक योजनाओं के क्रियान्वयन में कम्प्यूटर, लेपटॉप की सहायता लेनी होती है, फिजिकल का डिजिटल से मेल करवाने का कार्य रोजगार सहायकों ने किया है।

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिंदगी से अनिश्चितता खत्म करना आवश्यक है। रोजगार सहायक मेरे लिए विशेष हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि जिस तरह रामेश्वरम से लंका तक सेतु बंध बनाए गए थे आज रोजगार सहायक भी नल और नील जैसी भूमिका का निर्वहन कर रहे हैं। सेतु निर्माण में गिलहरियों ने भी योगदान दिया था। ऐसे कार्यों में योगदान देने वाला प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण होता है।

रोजगार सहायकों ने विकास में सहयोगी बनने का लिया संकल्प

मुख्यमंत्री चौहान द्वारा रोजगार सहायकों के हित में महत्वपूर्ण घोषणाएँ किये जाने पर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद समस्त रोजगार सहायकों ने एक साथ प्रसन्न स्वर से मुख्यमंत्री चौहान के प्रति धन्यवाद व्यक्त किया और प्रदेश के विकास में समर्पित भाव से सहयोग करने का संकल्प लिया।

कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री राम खेलावन पटेल, सामान्य वर्ग आयोग के अध्यक्ष शिव चौबे, मध्यप्रदेश राज्य कर्मचारी कल्याण समिति के अध्यक्ष रमेशचन्द्र शर्मा, मध्यप्रदेश रोजगार सहायक संगठन के अध्यक्ष रोशन सिंह परमार, संजय सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास मलय श्रीवास्तव उपस्थित थे।

छोटे बच्चों को लेकर शामिल हुई रोजगार सहायिकाएं
प्रदेश भर से रोजगार सहायकों ने महापंचायत में शामिल हुए। प्रदेश के विभिन्न जिलों की पंचायतों से शामिल होने के लिए राजधानी में मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में पहुंचे। रोजगार सहायक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रोशन सिंह परमार ने कहा कि 24 घंटे की अल्प सुचना पर प्रदेशभर के रोजगार सहायक महापंचायत में शामिल हुए। उन्होंने बताया कि हजारों रोजगार सहायक सुबह 4 बजे तो कई सुबह 5 बजे से राजधानी पहुंचे।

इस महापंचायत में कई महिला कार्यकर्ता अपने छोटे बच्चों के साथ पहुंची।
वहीं रोजगार सहायक संगठन के प्रदेश प्रवक्ता शैलेंद्र चौकसे ने कहा कि हमारा 14 वर्ष का वनवास खत्म हुआ है। रोजगार सहायक संगठन के कार्यकर्ताओं को अपना हक़ मिला है।

Pradesh 24 News
       
   

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