मोदी-शाह का मंथन, KCR की टेंशन! क्यों मीटिंग के लिए दोबारा हैदराबाद ही चुन रही BJP
नई दिल्ली
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में हार के साथ ही भारतीय जनता पार्टी दक्षिण भारत में एकमात्र गढ़ गंवा चुकी है। ऐसे में पार्टी चुनावी राज्य तेलंगाना में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। खबर है कि भाजपा राष्ट्रीय स्तर की अगली बैठक भी हैदराबाद में ही बुलाने की तैयारी कर रही है। इसके अलावा पार्टी राज्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा की जनसभा की भी योजना बना रही है।
भाजपा ने बैठक के लिए हैदराबाद ही क्यों चुना
फिलहाल, भाजपा ने इसे लेकर आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। लेकिन माना जा रहा है कि पार्टी इसके जरिए दिखाना चाह रही है कि उसका रुख के चंद्रशेखर राव की भारत राष्ट्र समिति (BRS) के खिलाफ नरम नहीं हुआ है। कहा यह भी जा रहा है कि कर्नाटक में हार के बाद यह बैठक जमीनी स्तर पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का काम करेगी। इधर, हैदराबाद में बैठक के जरिए भाजपा को यह धारणा खत्म करने में मदद मिल सकती है कि पार्टी तेलंगाना में कमजोर हो रही है। एक मीडिया रिपोर्ट में पार्टी के ही एक नेता के हवाले से बताया गया, 'ताजा घटनाक्रमों के बाद पार्टी के अंदर यह प्रोपेगैंडा था कि हम तेलंगाना में जंग हार रहे हैं। यह प्रस्तावित बैठक इन सभी थ्योरीज पर विराम लगा देगी।'
पीएम मोदी भी पहुंचेंगे?
संभावित रूप से 8 जुलाई को हैदराबाद में होने वाली इस बैठक में पीएम मोदी शामिल होंगे या नहीं, यह अब तक स्पष्ट नहीं है। बैठक में भाजपा के प्रदेशों के अध्यक्ष, महासचिव और प्रभारी शामिल होंगे। इसके अलावा गृहमंत्री शाह और चीफ नड्डा इसका हिस्सा बनेंगे। हाल ही में व्यस्तता के चलते खम्मम में शाह और हैदराबाद में पीएम मोदी की बैठकें टल चुकी हैं। खास बात है कि बीते साल जुलाई में भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी समिति की बैठक भी हैदराबाद में ही आयोजित हुई थी। तेलंगाना के अलावा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में इस साल चुनाव होने हैं।