छत्तीसगढराज्य

प्रधानमंत्री आवास योजना का हो रहा बेहतर क्रियान्वयन, सिंहासन कुजूर ने बनाया अपना सुंदर आवास

जशपुरनगर

जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है और पात्र हितग्राहियों का प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान उपलब्ध कराकर लाभान्वित किया जा रहा है। हर नागरिक के लिए रोटी, कपड़ा और मकान अनिवार्य आवश्यकता होती है। ये तीनों मूलभूत चीजें लोगों के पास होने से  निश्चित ही उनका गुजर-बसर आसानी से होता है।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के अंतर्गत ऐसे गरीब असहाय परिवारों को पक्का घर उपलब्ध कराया जा रहा है, जो कि सामाजिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग में शामिल है। जिनके पास अपने परिवार को रखने के लिए मिट्टी के घर का ही सहारा था।वे आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपने निवास हेतु अच्छा आशियाना बनाने में असमर्थ थे। लोगों की इस परेशानी को दूर करने हेतु प्रधानमंत्री आवास जैसी महत्वपूर्ण योजना संचालित की जा रही है जिससे लोगों को आशियाना उपलब्ध हो रहा है। जो गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हुई है।

इसी क्रम में विकासखंड कांसाबेल के ग्राम पंचायत खुटेरा निवासी सिंहासन कुजूर को योजना के तहत पक्के आवास का सपना पूरा हुआ है। हितग्राही बताते हैं कि उनके पुराना घर कच्ची मिट्टी एवं छप्पर वाला मकान था। जहां वे  अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ रहते थे। छप्पर झोपड़ी की जिंदगी से वे परेशान थे। साथ ही रिश्तेदारों के घर आने से उन्हें शर्मिन्दगी होती थी, परंतु मजबूरी में सब कुछ सहन करना पड़ता था। हितग्राही बताते है कि पुराने मकान ठंड एवं गर्मी का मौसम तो आसानी से बित जाता था लेकिन बरसात के दिनों में खाना बनाने एवं रात में सोने में बहुत कठिनाई होती थी। साथ ही जहरीले सांप बिच्छू से अनहोनी का डर भी हमेशा लगा रहता था।

लाभार्थी ने बताया कि पंचायत के माध्यम से उन्हें योजना के संबंध में जानकारी मिली कि सर्वे सूची 2011 के अनुसार ऐसे पात्र व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें आवास की सुविधा मुहैया कराई जा रही है। तब उन्होंने भी आवास हेतु आवेदन किया। आवश्यक दस्तावेजो की पूर्ति करने के साथ ही वर्ष 2019-20 में उनके नाम से प्रधानमंत्री आवास आबंटित हुआ। जिससे उन्हें अत्याधिक खुशी हुई। उन्होंने बताया कि आवास की स्वीकृति के बाद ही तत्काल उन्होंने उत्साह के साथ निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया। कुल 1.30 लाख की अनुदान राशि स्वीकृति मिली जिसका समय समय पर खाते में भुगतान प्राप्त होता गया। साथ ही मनरेगा के माध्यम से कुल 16,720 रुपये मजदूरी भुगतान के रूप में प्राप्त हुआ। आवास मित्र के माध्यम से तकनीकी जानकारी भी प्रदान की गई। अपनी कड़ी लगन व मेहनत से उन्होंने अपने आवास निर्माण पूर्ण कर लिया। उन्होंने लगभग 1.50 लाख की अपनी जमा पूंजी भी अपने घर को पूरा करने एवं अमूर्त रूप देने के लिए खर्च किया। जिससे आवास के साथ ही घर में शौचालय, छत पर रेलिंग अहाता सहित अन्य निर्माण भी पूरा किया गया है। वर्तमान में उनका आवास बनकर तैयार हो गया है। जहां वे अपने परिवार के साथ खुशी से जीवन यापन कर रहे है।

Pradesh 24 News
       
   

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