आकाश चोपड़ा ने सुनाया ‘निस्वार्थ’ धोनी से जुड़ा 19 साल पुराना किस्सा, माही ऐसे ही नहीं बने महान
नई दिल्ली
दुनिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी यानी माही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से तो कब के संन्यास ले चुके हैं, मगर उनसे जुड़े किस्से आज भी क्रिकेट के गलियारों में सुर्खियां बटोर रहे हैं। हाल ही में भारतीय पूर्व सलामी बल्लेबाज और मौजूदा एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 'कैप्टन कूल' एमएस धोनी से जुड़ा एक किस्सा शेयर किया है जिसमें माही का निस्वार्थ भाव साफ देखने को मिल रहा है। यह किस्सा 2004 का है जब धोनी ने भारतीय टीम के लिए डेब्यू भी नहीं किया था।
आकाश चोपड़ा अपने वीडियो में इस किस्से को सुनाते हुए कहते हैं 'साल 2004, इंडिया ए का जिम्मबाब्वे और केनिया का दौरा…महेंद्र सिंह धोनी रिजर्व विकेट कीपर हैं और दिनेश कार्तिक वो खिलाड़ी है जो 11 में खेल रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी नेट्स में जाते हैं और दिनेश कार्तिक को बॉलिंग करते हैं और मैं उनसे कहता हूं क्यों कर रहे हो? वो आपका प्रतिद्वंदी है…अगर वो अच्छा करते रहेंगे तो आप नहीं खेलेंगे और वैसे भी आप बॉलर हैं नहीं….जाकर विकेट कीपिंग करो…बैटिंग करो…पर बॉलिंग क्यों?'
भारतीय पूर्व बल्लेबाज ने आगे कहा 'धोनी ने कहा मुझे मत रोकिए…मुझे बॉलिंग करनी है अगर आपको बैटिंग करनी है तो आप भी कर लीजिए पर मुझे बॉलिंग करनी है। पीछे मुड़कर देखता हूं ना तो उस घटना का मतलब समझ में आता है धोनी दिनेश कार्तिक से और ना ही किसी ओर से प्रतिस्पर्धा कर रहे थे, धोनी का प्रतिद्वंदी सिर्फ एक था और वो खुद थे। इस वजह से जहां वह पहुंचे हैं वहीं पहुंच पाए हैं।'
इस घटने के कुछ ही महीनों बाद धोनी को भारतीय टीम में जगह मिली और उन्होंने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया। धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसे कदम रखा कि कई सालों तक अन्य विकेट कीपर की तलाश ही खत्म हो गई। इसका असर कई उभरते विकेट कीपरों के करियर पर भी पड़ा। खैर, धोनी के अंतरराष्ट्रीय करियर की बात करें तो उन्होंने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 मुकाबले खेले हैं। वहीं वह दुनिया के सबसे सफल कप्तान होने के साथ-साथ बेस्ट फीनिशर भी रहे हैं। धोनी के नाम तीन आईसीसी ट्रॉफी जीतने का भी वर्ल्ड रिकॉर्ड है।