मणिपुर हिंसा के पीछे विदेशी हाथ, भाजपा विधायक का दावा; सेना ने बनाया बफर जोन
इंफाल
मणिपुर में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। इंफाल घाटी में हिंसा की सबसे ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं। यहां सुरक्षाबलों ने बफर जोन बनाने का फैसला किया। इन इलाकों में सेना, असम राइफल्स और बीएसएफ की अतिरिक्ट टुकड़ियां तैनात करी जाएंगी। उनकी पोस्ट 100 मीटर से लेकर 1 किलोमीटर की दूरी में होगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि मैतेई समुदाय के लोग कुकी समुदाय की तरफ ना जाएं और कुकी समुदाय के लोकर मैतेई की तरफ ना जाएं।
रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री से मिले 28 भाजपा विधायक
मणिपुर के हालात को देखते हुए सोमवार को 28 भाजपा विधायक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मिले। स्पीकर टी सत्यब्रत की अगुआई में ये विधायक दिल्ली पहुंचे हैं। भाजपा विधायक राजकुमार इमो सिंह ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि मणिपुर में हालात गड़बड़ हैं लेकिन जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद है। शांति बहाल करने में सहयोग करने के लिए ही हम यहां आए हैं। उन्होंने कहा, यह लड़ाई अवैध हथियारों वाले घुसपैठियों और विदेशी हथियारों वाले उग्रवादियों के बीच है जो कि राज्य और केंद्र के बीच युद्ध करवाने की कोशिश में लगे हैं।
सोमवार की शाम को इस प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री सीतारमण से मुलाकत की। वे प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिलना चाहते थे। पीएम मोदी विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं इसलिए हो सकता है कि विधायक गृह मंत्री से मुलाकात करें। बता दें कि 3 मई के बाद से ही कुकी और मैतेई समुदाय के बीच खूनी संघर्ष चल रहा है।
बता दें कि एक दिन पहले ही मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह ने लोगों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे या तो हिंसा छोड़ दें या फिर नतीजे भुगतने को तैयार रहें। शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात गोलीबारी में एक जवान घायल हो गया था। सीएम बिरेन सिंह ने कहा कि हथियार थामे मेतेई लोगों से अपील है कि वे हिंसा छोड़ दें और राज्य में शांति बहाल करने में मदद करें। बता दें कि अब तक राज्य में हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।