चीन और पाकिस्तान के माल ने फिर दिया धोखा, म्यांमार को दिया एयरक्राफ्ट खराब; मेंटनेंस के लिए भेजी टीम
नई दिल्ली
पाकिस्तान और चीन ने मिलकर JF-17 कॉम्बेट एयरक्राफ्ट तैयार किया था, जिसे म्यांमार को दिया गया था। यह एयरक्राफ्ट हो गया है, जिसकी मेंटनेंस के लिए पाकिस्तान ने अपनी एक टेक्निकल टीम को भेजा है। एयरक्राफ्ट का खराब होना चीन के अलावा पाकिस्तान के लिए भी झटका है, जो मिलकर हथियारों के निर्यात के मामले में आगे बढ़ना चाहते थे। इस एयरक्राफ्ट को दोनों देशों ने मिलकर तैयार किया था, लेकिन इसका एक्सपोर्ट पूरी तरह पाकिस्तान की ओर से ही किया गया था। तकनीकी खामी के चलते फिलहाल इन विमानों को जमीन पर उतारना पड़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच म्यांमार एयर फोर्स के अधिकारी भी पाकिस्तान पहुंचे हैं और इन विमानों के मेंटनेंस के बारे में जानकारी ले रहे हैं। चीन और पाकिस्तान ने मिलकर जेएफ-17 नाम से 11 एयरक्राफ्ट तैयार किए थे, जिन्हें म्यांमार भेजा गया था। म्यांमार सरकार की ओर से आंतरिक विद्रोहियों से निपटने के लिए इन लड़ाकू विमानों का आयात किया गया है। हालांकि इनके खराब होने से उसने झटका लगा है। बता दें कि लोकतंत्र समर्थक नेता आंग सान सू की को जेल भेजे जाने और रोहिंग्या संकट के चलते पश्चिमी देशों ने म्यांमार को हथियारों की सप्लाई करने से इनकार कर दिया है।
इसी के चलते म्यांमार का रक्षा संबंधों के मामले में चीन और पाकिस्तान से रिश्ता गहरा हुआ है। हालांकि इन रक्षा संबंधों को पहली ही डील में करारा झटका लगा है। हालांकि पाकिस्तान और चीन की भारत के पूर्वी पड़ोसी के साथ यह दोस्ती चिंता बढ़ाने वाली भी है। बता दें कि श्रीलंका, बांग्लादेश और नेपाल समेत भारत के लगभग सभी पड़ोसी देशों के साथ चीन अपने संबंध मजबूत करने की फिराक में रहा है। इसके पीछे चीन की रणनीति भारत को घेरने की रही है। गौरतलब है कि भारत आंग सान सू की जैसी लोकतंत्र समर्थक नेता का हिमायती रहा है।