मणिपुर में लेबनान और सीरिया जैसे खतरनाक हालात, रिटायर्ड आर्मी अफसर का छलका दर्द
इंफाल
डेढ़ महीना हो गया है, लेकिन मणिपुर में हिंसा का सिलसिला थमता नहीं दिख रहा है। 3 मई से राज्य के कई हिस्सों में संघर्ष जारी है। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच एक सेवानिवृत्त शीर्ष सैन्य अधिकारी ने राज्य की मौजूदा स्थिति की तुलना युद्ध-ग्रस्त लीबिया, लेबनान और सीरिया से कर डाली। उनके ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पूर्व सेना प्रमुख ने भी दुख जताया है। साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को टैग किया है। दुख जताते हुए लिखा है कि मणिपुर की स्थिति बेहद गंभीर है।
लेफ्टिनेंट जनरल निशिकांत सिंह ने ट्वीट किया है, "मैं मणिपुर का एक साधारण भारतीय हूं जो सेवानिवृत्त जीवन जी रहा है। राज्य अब 'स्टेटलेस' है। जीवन और संपत्ति किसी के द्वारा कभी भी नष्ट की जा सकती है, जैसे लीबिया, लेबनान, नाइजीरिया, सीरिया में रह रहे हों।"
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल के मुताबिक, "ऐसा लगता है कि मणिपुर को अपने हाल में छोड़ दिया गया है। क्या कोई सुन रहा है?" निशिकांत सिंह के ट्विटर बायो से पता चलता है कि उन्होंने 40 वर्षों तक भारतीय सशस्त्र बलों की सेवा की है।
पूर्व सेना प्रमुख वेद प्रकाश मलिक ने सिंह के पोस्ट को रीट्वीट किया और कहा, "मणिपुर से एक सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल का एक असाधारण दुखद। मणिपुर में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर उच्चतम स्तर पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।" मलिक ने अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को टैग किया। गौरतलब है कि इंफाल घाटी के मैइती समुदाय को अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में शामिल करने की मांग के खिलाफ जनजातीय एकजुटता मार्च के बाद शुरू हुई हिंसा में सौ से अधिक लोग मारे गए हैं। मणिपुर के बाहर हजारों लोगों के शरणार्थी शिविरों में होने की सूचना है। जिसमें लाखों लोगों को विस्थापित किया गया है।
केंद्रीय मंत्री के घर में तोड़फोड़, आगजनी
मणिपुर में कोई भी सुरक्षित नहीं है, इसका पता गुरुवार को तब लगा जब केंद्रीय मंत्री के घर और एक दिन पहले एक राज्य मंत्री के घर पर भीड़ ने हमला कर दिया। इंफाल में केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह के घर में गुरुवार रात भीड़ ने तोड़फोड़ की और आग लगा दी। गुरुवार की रात करीब 11 बजे भीड़ मंत्री रंजन सिंह के आवास में जबरदस्ती घुस गई और उनकी संपत्ति में आग लगाने का प्रयास किया। आवासीय गेट पर तैनात हाउसगार्ड की संख्या भीड़ के प्रवेश को रोकने में असमर्थ दिखी।
आगजनी में कई गिरफ्तारियां
राज्य में आगजनी के विभिन्न मामलों में शुक्रवार को मणिपुर पुलिस ने कम से कम 17 लोगों को गिरफ्तार किया। 15 जून को इंफाल ईस्ट के न्यू चेकॉन इलाके में एक घर को जलाए जाने के दो दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है। 12 को इंफाल पूर्व से और पांच को इंफाल पश्चिम से गिरफ्तार किया गया। 15 जून की शाम को उपद्रवियों ने इंफाल पूर्व के कोंगबा-नंदीबम लीकाई क्षेत्र में केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री आरके रंजन सिंह की संपत्ति में आग लगा दी। पीटीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि शुक्रवार को इंफाल में भीड़ द्वारा एक गोदाम में आग लगा दी गई, जिसके बाद उनकी मणिपुर की रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) से झड़प हुई। हालांकि, आग पड़ोस के घरों में नहीं फैली, क्योंकि दमकल कर्मियों और सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।