पुरोला में 144 लागू, असदुद्दीन ओवैसी ने उगला जहर, कहा- हिन्दुत्ववादियों के आतंक से जूझ रहा मुसलमान
देहरादून
पुरोला में हुई नाबालिग लड़की को भगाने की घटना के बाद आक्रोश का माहौल शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। पुरोला में आज शुक्रवार को भी निषेधाज्ञा धारा 144 लागू है। पुरोला बाजार खुल चुका है। लेकिन मुस्लिम समुदाय के व्यापारियों की दुकानें आज शुक्रवार को भी बंद हैं। वहीं 25 जून को बड़कोट में महापंचायत करवाने का एलान करने वाले यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन के पदाधिकारियों को उपजिलाधिकारी बड़कोट में वार्ता के लिए बुलाया है। जिससे महापंचायत के आयोजन को टाला जा सके और क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे।
'साजिश के तहत मुसलमानों को बनाया जा रहा निशाना'
इस बीच एआइएमआइएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के ट्वीट से सियासत फिर गर्मा गई है। उन्होंने कहा है कि ''उत्तराखंड में एक सोची समझी साजिश के तहत मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है। झूठ की बुनियाद पर मुसलमानों को उनके जान और माल से महरूम करने की हर मुम्किन कोशिश की जा रही है। भाजपा और संघ परिवार के लोग इस षड्यंत्र में पूरी तरह शामिल है। "सबका साथ, सबका विकास" की लफ्फाजी एक तरफ और प्रधानमंत्री की चुप्पी दूसरी तरफ। आरएसएस के भागवत का कहना है कि 'मुसलमान दुनिया में सबसे सुरक्षित भारत में हैं'। भगवत को उत्तरकाशी जाकर ये बात कहनी चाहिए। सच तो यही है कि भारत का मुसलमान हिंसक हिन्दुत्ववादियों के आतंक से अकेले जूझ रहा है।''
25 जून को बड़कोट में महापंचायत के आयोजन का एलान
वहीं यमुना घाटी हिंदू जागृति संगठन की ओर से 25 जून को बड़कोट में महापंचायत के आयोजन के एलान के बाद प्रशासन भी सतर्क हो गया है। बृहस्पतिवार की शाम को जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बड़कोट के उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार को निर्देश दिए हैं कि महापंचायत का आयोजन करने की बात कहने वाले हिंदू जागृति संगठन के साथ बैठक करें।
जिसके बाद उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार ने शुक्रवार को हिंदू जागृति संगठन के कार्यकर्त्ताओं को वार्ता बैठक के लिए आमंत्रित किया है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने कहा कि उपजिलाधिकारी को यह निर्देश दिए गए हैं कि संबंधित संगठन के पदाधिकारियों महापंचायत के आयोजन संबंधित मांगों पर चर्चा करें। हो सकता है कि उनकी जायज मांगों पर शीघ्र कार्यवाही की जा सके। जिससे महापंचायत का आयोजन टाला जा सके।