खुद स्टालिन बता चुके हैं सेंथिल बालाजी को ‘भ्रष्ट’, भाजपा ने दिखा दिया वीडियो
चेन्नई
तमिलनाडु सरकार में मंत्री सेंथिल बालाजी के खिलाफ हुई कार्रवाई के बीत सियासत तेज हो गई है। राज्य के भारतीय जनता पार्टी प्रमुख अन्नामलाई ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से 'विक्टिम कार्ड' खेलने पर सवाल पूछा है। उन्होंने एक वीडियो शेयर कर दावा किया है कि खुद स्टालिन भी सेंथिल बालाजी को भ्रष्ट कह चुके हैं, लेकिन अब प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
अन्नामलाई ने कहा, 'साल 2016 में जब एमके स्टालिन विपक्ष के नेता थे, तब वह सेंथिल बालाजी के घर गए थे और उन्हें इस मामले में भ्रष्ट भी बता दिया था। साल 2018 में एस बालाजी के डीएमके में शामिल होने के बाद सीएम कह रहे हैं कि वह निर्दोष हैं। साल 2016 में जब आयकर विभाग ने तमिलनाडु के मुख्य सचिव के दफ्तर में छापा मारा था, तो एमके स्टालिन ने उसका स्वागत किया था। अब सीएम कह रहे हैं कि सचिवालय में ईडी का आना संघवाद का अपमान है।'
भाजपा नेता की ओर से साझा किए गए वीडियो में स्टालिन स्थानीय भाषा में बोल रहे हैं। अंग्रेजी सबटाइटल्स के अनुसार, 'इस जिले (करूर से) एक मंत्री है, सेंथिल बालाजी। उनके बारे में बात करना कोई जरूरी नहीं है। जब कैबिनेट में 15 बार फेरबदल हुए, तो सिर्फ उन्हें ही नहीं बदला गया। कैबिनेट में उनका बहुत बड़ा कद था। जब 15 बार कैबिनेट में फेरबदल हुए, तो वरिष्ठ मंत्रियों के विभाग बदले गए, लेकिन इन जूनियर मंत्री को नहीं बदला गया।' उन्होंने आगे कहा, 'जब उन्हें (जयललिता) को जेल भेजा गया। वह संभावित मुख्यमंत्रियों की लिस्ट में भी शामिल थे। केवल सेंथिल बालाजी ही नहीं, उनके भाई भी पूरे करूर जिले पर कब्जा जमाए हुए हैं। कब्जे का मतलब भ्रष्टाचार, वसूली और लूट है…।' स्टालिन ने टिकट वेंडिंग खरीद में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
ED का तर्क
मनी लॉन्ड्रिंग (धनशोधन) मामले में गिरफ्तार सेंथिल बालाजी की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ED ने कहा कि मंत्री के बैंक स्टेटमेंट से पता चला है उनके बैंक खातों में 1.34 करोड़ रुपए तथा पत्नी एस मेघला के खाते में 29.55 लाख रुपये नकद जमा किया गया है। ईडी ने कहा कि आयकर रिटर्न में घोषित आय की तुलना में यह नकद जमा राशि बहुत बड़ी हैं। ईडी ने यह भी कहा कि प्रमुख संदिग्ध बालाजी, उनके भाई आरवी अशोक कुमार और एक अन्य व्यक्ति बी षणमुगम को 2022 में कई बार समन भेजा गया था, लेकिन इनमें से कोई एक बार भी पेश नहीं हुआ और बिना किसी वैध कारण के स्थगन के लिए बार-बार अनुरोध करते रहे। ED ने सेंथिल बालाजी को गिरफ्तार करने के कुछ घंटे बाद अदालत में कहा कि उन्होंने 2014-15 में राज्य के परिवहन उपक्रमों में कथित नौकरी घोटाले तथा रिश्वत के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। ईडी के अनुसार उम्मीदवारों ने मंत्री के सहयोगियों के जरिए कथित तौर पर रिश्वत का भुगतान किया।
अस्पताल पहुंचे मंत्री
ईडी के एक्शन के बाद सेंथिल बालाजी की तबियत बिगड़ गई थी और सीने में दर्द की शिकायत को लेकर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल बायपास सर्जरी कराने के लिए कहा है।