बस ऑपरेटर्स की मनमानी, भोपाल से दिल्ली प्लेन टिकट से ज्यादा वसूल रहे रीवा का बस किराया
भोपाल
प्रदेश में यात्रियों को इन दिनों विमान किराए से ज्यादा राशि चुकाकर बसों में सफर करना पड़ रहा है। परिवहन विभाग के अफसर इस मामले में सब कुछ जानकर भी अनजान बने हैं जिसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ रहा है। बेलगाम बस संचालकों द्वारा लंबी दूरी का सफर करने वाले यात्रियों से प्रीमियम और फ्लेक्सी टिकट के नाम पर वास्तविक किराए से चार गुना तक अधिक किराया वसूला जा रहा है।
सरकार की ओर से सभी जिला मुख्यालयों में परिवहन विभाग के अफसरों की टीम मोटी पगार के साथ तैनात है पर ये अधिकारी कभी यह जानने की कोशिश नहीं करते हैं कि बसों का संचालन करने वाले ट्रेवल्स संचालक अधिकतम कितना किराया वसूल रहे हैं।
ऐसे चलता है पूरा गेम
यात्रियों से प्रीमियम टिकट के नाम पर मनमानी वसूली के इस गोरखधंधे में सामान्य सीटों की संख्या कम कर दी जाती है और प्रीमियम व फ्लेक्सी टिकट के नाम पर टिकट रिजर्व कर दिए जाते हैं। इसके बाद अनाप-शनाप कीमत तय कर यात्रियों को पैसे चुकाने के लिए कहा जाता है।
चूंकि गर्मी का सीजन है और वैवाहिक कार्यक्रमों की धूम है। इसलिए यात्रियों को पारिवारिक और रिश्तेदारी वाले कार्यक्रमों में पहुंचने के लिए संचालकों की मनमर्जी के हिसाब से किराया देना पड़ रहा है। पहले यह स्थिति नहीं होती थी और यात्रियों को बस रवाना होने के पहले तक सामान्य किराया ही चुकाना पड़ता था। अब मोटी कमाई के लिए बसों की आधी से अधिक सीटें प्रीमियम और फ्लेक्सी कोटे में डाल दी जाती हैं।
ट्रेनों में भी चल रही मनमानी
प्रदेश में ट्रेन किराए में भी प्रीमियम टिकट के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है। सबसे अधिक दिक्कत रीवा से भोपाल आने वाले यात्रियों को हो रही है। यहां भी 355 रुपए की स्लीपर टिकट 1800 रुपए तक में बिक रही है। इसी तरह की स्थिति एसी कोच में भी है। रीवा के अलावा ग्वालियर, इंदौर और अन्य रूटों पर भी ट्रेनों में नो रूम होने के कारण यात्रियों को परेशान होना पड़ रहा है और रेलवे प्रशासन द्वारा वसूले जा रहे मनमाने किराए के बाद भी सीट उपलब्ध न होने की स्थिति में सफर करना पड़ रहा है।
यह है किराए की स्थिति
भोपाल से दिल्ली हवाईयात्रा का किराया आमतौर पर 3350 रुपए के आस-पास होता है, वहीं बसों द्वारा वसूले जाने वाले किराए की जो स्थिति है उसके अनुसार रीवा से भोपाल आने वाले यात्रियों से ट्रेवल्स संचालक 4 हजार रुपए तक वसूल रहे हैं। रीवा से भोपाल आने वाली बसों का जो प्रीमियम और फ्लेक्सी किराया ट्रेवल्स संचालकों ने तय कर रखा है उसमें भोपाल ट्रेवल्स का 3869 रुपए, अंश ट्रेवल्स का 2500 रुपए, हंस ट्रेवल्स का 2800 रुपए यात्रियों से 13 जून को वसूला गया है। चार्टर्ड बस का किराया 947 रुपए रहा है।
इसके विपरीत यहां ट्रेन का फर्स्ट एसी का किराया 2180 रुपए है। अभी यहां से विमान सेवा शुरू नहीं हुई है पर पूर्व में जो फ्लाइट शुरू हुई थीं, उसमें एक यात्री का अधिकतम किराया ढाई हजार रुपए के करीब रहा है। भोपाल से पुणे जाने वाले लोगों के किराए को देखें तो पता चलता है कि राजरतन टूर्स एंड ट्रेवल्स द्वारा 2499 रुपए प्रतियात्री और वर्मा ट्रेवल्स द्वारा 2000 रुपए प्रति यात्री वसूले जा रहे हैं।
यहां ट्रेन से फर्स्ट एसी का किराया 3005 रुपये और 1785 रुपए अलग-अलग ट्रेन में है। इसी तरह भोपाल से ग्वालियर जाने वाली बसों में वर्मा ट्रेवल्स द्वारा 1000 रुपए और हंस ट्रेवल्स द्वारा 3000 रुपए किराया वसूला जा रहा है जबकि ट्रेन का अधिकतम किराया 1635 और 1890 रुपए है।
भोपाल से जबलपुर जाने वाली बसों में न्यू लोक सेवा ट्रेवल्स द्वारा 1000 रुपए, जय भवानी ट्रेवल्स द्वारा 999, चार्टर्ड बसों द्वारा 1051 और राम शिव ट्रेवल्स द्वारा 1499 रुपए प्रति यात्री तक वसूले जा रहे हैं। ट्रेन का किराया अधिकतम 1485 रुपए है।
भोपाल से रीवा
भोपाल ट्रेवल्स 3869
अंश ट्रेवल्स 2500
हंस ट्रेवल्स 2800
चार्टर्ड बस 947
भोपाल से पुणे
राजरतन ट्रेवल्स 2499
वर्मा ट्रेवल्स 2000
फर्स्ट एसी ट्रेन 3005
भोपाल से ग्वालियर
वर्मा ट्रेवल्स 1000
हंस ट्रेवल्स 3000
ट्रेन का किराया 1635