BMHRC में डॉक्टरों के इस्तीफे का सिलसिला नहीं रुका, कई विभाग हुए बंद
भोपाल
गैस पीड़ितों को बेहतर इलाज देने के लिए शुरू हुए भोपाल मेमोरियल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर -(बीएमएचआरसी) में डॉक्टरों के इस्तीफे का सिलसिला रुक नहीं रहा है। जिससे एक के बाद एक विभाग बंद होते जा रहे हैं। इसको लेकर गैस पीड़ित संगठनों ने आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल को पत्र लिखा है।
भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉर्मेशन एंड एक्शन की रचना ढींगरा के अनुसार पत्र में अस्पताल की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया गया है। साथ ही तुरंत डॉक्टरों की भर्ती करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई है। संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित निगरानी समिति को भी पत्र लिखा है, जिसमें समिति से जिन गैस पीड़ितों की हार्ट की सर्जरी होना है, उनके लिए तुरंत वैकल्पिक व्यवस्था करने की मांग की।
गर्भवती महिलाओं को बताए मधुमेह के खतरे
गर्भकालीन मधुमेह के प्रति जागरुकता गतिविधियां आयोजित की गईं। इस दौरान जीडीएम की जांच व गर्भावस्था में पंजीयन करवाने की जरूरत के संबंध में जानकारी दी। महिलाओं को बताया कि मधुमेह जांच में गर्भवती महिला को 75 ग्राम ग्लूकोस को 300 मि.लीटर पानी में घोलकर पिलाया जाता है। घोल पीने के 2 घंटे बाद ग्लूकोमीटर द्वारा ब्लड शुगर की जांच होती है।