जगदलपुर
बस्तर में मानसून पहुंचने में हो रही देरी के चलते कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित कोटमसर गुफा का प्रवेश द्वार इस बार 30 जून तक खुले रहेंगे। बारिश में हो रही देरी के चलते पार्क प्रबंधन ने कुटुमसर गुफा को 15 के बजाय 30 जून को बंद करने का निर्णय लिया है। यह दूसरा मौका होगा जब बस्तर में प्री मानसून की बेरुखी के चलते गुफा को खुले रखने 15 दिनों का अतिरिक्त समय मिला है। पिछले वर्ष भी कोटमसर गुफा 30 जून को बंद किया गया था जिसे एक सितंबर को पुन: खोला गया था।
कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर धम्मशील गणवीर ने बताया कि कांगेर घाटी स्थित कोटमसर गुफा के द्वार मानसून में हो रही देरी के चलते 15 जून के बजाय 30 जून को बंद किये जाने की तैयारी किया जा रहा है। कोटमसर गुफा को बारिश के मौसम में चार महिनों के लिये सुरक्षा के दृष्टि से बंद किया जाता है। इस वर्ष अभी तक बस्तर में मानसूनी बारिश नहीं हुई है। कोटमसर गुफा के बंद होने से यहां पहुंचने वाले सैलानियों की संख्या सीमित हो जाती है। बारिश के दौरान यहां गुफा बंद होने से सिर्फ तीरथगढ़ वॉटरफाल देखने भीड़ उमड़ती है। कुटुमसर गुफा देखने की अवधि बढ?े से स्थानीय युवाओं को लाभ मिलेगा, साथ ही यहां सैलानी पंहुचने से आस-पास के व्यवसायियों और गाइड सहित जिप्सी संचालकों को भी लाभ मिलता है।
पार्क प्रबंधन के मुताबिक कोटमसर गुफा के अलावा कांगेरघाटी राष्ट्रीय उद्यान के भीतर चल रहे बैम्बू राफ्टिंग, कायकिंग सहित अन्य एडवेंचर बारिश के शुरू होने तक जारी रहेंगे। उल्लेखनीय है कि बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने उद्यान इलाके में बैम्बू राफ्टिंग, कायकिंग सहित पर्यटकों के लिये ट्रैकिंग सहित कई एडवेंचर कार्यक्रम चलाये जा रहे है।