सब डरे हैं, नहीं किया गिरफ्तार तो देंगे धरना; बृजभूषण सिंह पर बजरंग पूनिया का अल्टीमेटम
नई दिल्ली
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया ने फिर से आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है। बजरंग ने बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस को डेडलाइन भी दे डाली है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अगर 15 जून तक दिल्ली पुलिस बृजभूषण सिंह को गिरफ्तार नहीं करती है तो वह फिर से धरने पर बैठ जाएंगे। वहीं, साक्षी मलिक ने भी कहा है कि पहलवान इस मामले की जांच पूरी होने के बाद ही एशियन गेम्स में हिस्सा लेंगे। गौरतलब है कि महिला पहलवानों ने पूर्व डब्लूएफआई चीफ बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इसको लेकर पहलवान काफी अरसे से आंदोलन कर रहे हैं।
शिकायतकर्ताओं पर दबाव
बजरंग पूनिया सोनीपत में आयोजित खाप पंचायत में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने बृजभूषण को 15 जून तक गिरफ्तार नहीं किया तो हम 17 जून से फिर से आंदोलन की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार यह आंदोलन जंतर-मंतर या रामलीला मैदान पर होगा। पूनिया ने कहा कि अगर बृज भूषण गिरफ्तार नहीं हुए तो नाबालिग की तरह बाकी छह शिकायतकर्ता भी अपने बयान बदल लेंगे। उन्होंने कहा कि बृज भूषण बहुत ताकतवार हैं। नाबालिग के पिता पहले ही कह चुके हैं कि उनके ऊपर काफी ज्यादा दबाव है। कुछ ऐसे ही हालात से बाकी अन्य शिकायतकर्ता भी गुजर रहे हैं।
तभी मिलेगा न्याय
पूनिया सिर्फ यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि इस मामले में न्याय तभी मिलेगा जब बृज भूषण गिरफ्तार होंगे। वह जांच को प्रभावित कर रहे हैं, इसलिए उन्हें सलाखों के पीछे भेजे जाने की जरूरत है। उनके खिलाफ शिकायत करने वालों को धमकी भरे फोन मिल रहे हैं और सभी ट्रॉमा में हैं। बजरंग पूनिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने हमसे कहा कि पुलिस बृज भूषण को तभी गिरफ्तार करेगी जब उनके खिलाफ पर्याप्त सबूत मिल जाएंगे। हम खुद से सबूत जुटा रहे हैं और इसे दिल्ली पुलिस को मुहैया करा रहे हैं।
किया चौंकाने वाला दावा
बजरंग पूनिया ने कहा कि पुलिस महिला पहलवान को लेकर डब्लूएफआई के ऑफिस गई थी। इस पहलवान को क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए ले जाया गया था। महिला पहलवान यह देखकर दंग रह गई कि वहां पर बृज भूषण सिंह भी मौजूद थे। पूनिया ने कहा कि वह महिला पहलवान इस वाकए को लेकर मेंटली अपसेट है और शिकायतकर्ता एक ट्रॉमा के दौर से गुजर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनवरी में जब पहलवानों ने आंदोलन की शुरुआत की थी तब बृज भूषण सिंह ने उनसे संपर्क किया था।