रायपुर
महाराष्ट्र मंडल में देर शाम तक चली विभिन्न महिला समाजों व समितियों की बैठक में जल संरक्षण के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाने को लेकर एक राय देखी गई। साथ ही पौधारोपण, वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को कलेक्टर और नगर निगम के कमिश्नर के माध्यम से पूरी शक्ति के साथ मध्यम व बड़े भवनों में दबावपूर्ण तरीके से लागू करवाने को लेकर एकजुटता देखी गई।
महाराष्ट्र मंडल की महिला प्रमुख विशाखा तोपखानेवाले ने बताया कि रायपुर की कान्यकुब्ज महिला समाज काफी समय से नो प्लास्टिक कैंपेन को लेकर काम कर रही हैं और उसमें उन्हें काफी सफलता मिल रही है। उनका यह अभियान सभी को मिलकर आगे बढ़ाना चाहिए। इसी तरह समलैंगिक विवाह को लेकर बनाए जाने वाले कानून के खिलाफ भी व्यापक अभियान छेड?े की बात पर महिला समाज, समितियों की ओर से सहमति दर्ज की गई।
महाराष्ट्र मंडल के पर्यावरण समिति प्रभारी अभय भागवतकर ने पौधारोपण की गंभीरता पर चर्चा की, तो सभी महिला समितियों की प्रमुखों ने इस पर समर्थन जताया। इसी तरह प्री वेडिंग शूट के खिलाफ भी महिलाओं ने इसे अपनी संस्कृति के खिलाफ बताते हुए अपने तीखे विचार व्यक्त किए और भविष्य में इसके खिलाफ एकजुट होकर जागरूकता अभियान चलाने की बात कही।
बैठक में महाराष्ट्रीयन तेली समाज की हर्षिता लांजेवर, सोनी समाज की धनलक्ष्मी सोनी, पुष्टिकर समाज की महिला प्रमुख शेफाली पुरोहित, युवा संगिनी संस्था की अध्यक्ष व कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज की डॉ. मीनाक्षी बाजपेई, छत्तीसगढ़ महिला मंच की सह सचिव अर्चना वोहरा, छत्तीसगढ़ प्रदेश कुनबी समाज की महिला प्रमुख सारिका गेडेकर, लायनेस क्लब की मधु यादव, महाराष्ट्र मंडल बिलासपुर की उज्जवल डबली, महाराष्ट्र मंडल की स्वावलंबन समिति व परामर्श दात्री समिति की प्रभारी शताब्दी पांडे, सांस्कृतिक समिति की सह प्रभारी गौरी क्षीरसागर, आध्यात्मिक समिति के अभिषेक बख्शी और स्वास्थ्य सेवा समिति के विक्रम हिशीकर इस मौके पर विशेष रूप से उपस्थित रहे।